नाहन, 31 मार्च : शायद, हिमाचल प्रदेश में सिरमौर एकमात्र ऐसा जिला होगा, जहां मुख्यालय से देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम की सेवा (HRTC) उपलब्ध नहीं है। इसके पीछे निगम घाटे की दुहाई दे रहा है। बता दें कि यह बस सेवा एक दशक से भी अधिक समय से चलती रही है। कोविड के दौरान यह सेवा भी बंद हुई, उस दौरान बंद हुई बस सेवा (Bus Service) आज तक बहाल नहीं हो पाई है।
निगम का तर्क है कि बस से एक दिन की आमदनी करीब 13,000 रुपए है, जबकि खर्चा डबल के करीब है। डीजल के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं, यह बस सेवा सुबह 6:00 बजे दिल्ली के लिए रवाना होती थी। शाम 3:40 पर दिल्ली से नाहन की वापसी होती थी।
सवाल यह भी है कि क्या टाइम टेबल (Time Table) में कोई विसंगति (discrepancy) तो नहीं है, जिस कारण यह बस सेवा घाटे का सौदा साबित हो रही है। प्रश्न इस बात पर भी पैदा होता है कि क्या वास्तव में समूचे हिमाचल में निगम ने तमाम ऐसी बसों को बंद कर दिया है, जो इनकम नहीं दे रही।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट होने के नाते निगम का सामाजिक दायित्व भी बनता है। गौरतलब है कि शहर के कारोबारियों के अलावा आम लोगों के लिए भी यह बस सुविधा काफी फायदेमंद थी। एमबीएम न्यूज नेटवर्क को पिछले एक महीने में इस बस सेवा के बंद होने को लेकर कई कॉल रिसीव (Call) हुए। यह समझना काफी मुश्किल है कि जब इतने लोग बस को शुरू करवाने की बात कह रहे हैं तो घाटा कहां हो रहा है।
अहम बात यह भी है कि हरियाणा के सढौरा इलाके में भी इस बस की काफी डिमांड है, क्योंकि इस इलाके से भी काफी लोग बस में सफर करते रहे हैं। बता दें कि मुख्यालय से बस सेवा उपलब्ध नहीं है, जबकि पांवटा साहिब (Paonta Sahib) से यह बस सेवा उपलब्ध होने की बात कही गई है।
आपको बता दें कि यह बस औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब (Kala Amb) से भी गुजरती है। हजारों कामगार व उद्योगों में शीर्ष पदों पर काम करने वाले लोग भी दिल्ली आते-जाते हैं। कुछ साल पहले औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब से दिल्ली के लिए डीलक्स बस सेवा (Deluxe Bus Service) की भी डिमांड हुई थी।
उधर, एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत करते हुए परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक(Regional Manager) संजीव बिष्ट ने कहा कि घाटे के कारण बस सेवा बंद है। उन्होंने बताया कि निगम की बस से कुछ मिनट पहले कालाअंब से हरियाणा रोडवेज (Haryana Roadways) की बस भी दिल्ली जा रही है। ऐसे में निगम की बस में यात्रियों की कमी रहती है।
उन्होंने कहा कि प्रयोग (Experiment) के तौर पर 15-20 दिन बस को चलाने की कोशिश भी की गई, लेकिन इनकम नहीं बढ़ा पाए, इस कारण बस सेवा बंद है। उन्होंने बताया कि बस को दोबारा शुरू करने पर विचार किया जाएगा।