शिमला, 30 मार्च : बीते दस वर्षों से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोटी के साइंस ब्लाॅक का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है, जिस कारण विज्ञान में रूचि रखने वाले बच्चों को इस स्कूल में बेहतरीन सुविधा नहीं मिल पा रही हैं। बच्चों को साइंस विषय की पढ़ाई के लिए जुन्गा व शिमला जाना पड़ता है।
बता दें कि इस साइंस ब्लाॅक की आधारशिला पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल द्वारा 20 अगस्त, 2012 को रखी गई थी। दिसंबर 2012 में विधानसभा चुनाव होने पर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई और उसके उपरांत इस ब्लाॅक का निर्माण कार्य अधर में लटका है।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक सियासी कारणों के चलते इस ब्लाॅक को पूरा करने के लिए पिछली सरकार द्वारा धन का कोई प्रावधान नहीं किया गया था। हालांकि शुरुआती दौर में इस भवन के लिए पूर्व भाजपा सरकार द्वारा 55 लाख का बजट का प्रावधान रखा गया था, जिससे साइंस ब्लाॅक का केवल बाहरी ढांचा ही खड़ा हो सका था। स्कूल के प्रधानाचार्य बनवारी लाल के अनुसार लैब न होने के कारण इस स्कूल में बहुत कम बच्चे साइंस विषय रखते हैं।
सबसे अहम बात यह है कि कसुंपटी क्षेत्र के जुन्गा स्कूल को छोड़कर किसी भी वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में कोई भी साइंस ब्लाॅक नहीं है। कसुम्पटी विस की भाजपा प्रत्याशी रही विजय ज्योति सेन और भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेन्द्र भोटका ने बताया कि कोटी स्कूल के साइंस ब्लाॅक को पूरा करने के लिए वर्तमान सरकार ने एक करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है।
किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. कुंलदीप तंवर ने कहा कि कसुपंटी क्षेत्र के शिक्षण संस्थानों की ऐसी हालत है कि आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी एक जुन्गा स्कूल को छोड़कर किसी भी स्कूल में विज्ञान विषय नहीं पढ़ाया जाता है। जिस कारण इस क्षेत्र के बच्चे किसी प्रतियोगितात्मक परीक्षाओं में सफल नहीं हो पाते हैं।
उधर, सहायक अभियंता लोक निर्माण जुन्गा गुरमेल सिंह ने बताया कि साइंस ब्लॉक का निर्माण कार्य अंतिम चरण पर है, जिसे आगामी 30 अप्रैल तक पूरा कर दिया जाएगा।