सुंदरनगर, 29 मार्च : हिमाचल प्रदेश में परांपरागत तरीके से खेतों में बैल जोत कर खेती करने की सभ्यता समाप्त होने की कगार पर पहुंच गई है। इस कारण प्रदेश में बरसों से मनाए जाने वाले नलवाड़ मेलों का स्वरूप लगभग खत्म हो चुका है। धीरे-धीरे नलवाड़ मेलों में घट रही बैलों की संख्या के कारण भविष्य में इन मेलों का नाम बदलना बेहतर रहेगा।
ये बात मीडिया के साथ अनौपचारिक बातचीत में प्रदेश के जल शक्ति, बागवानी और सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने जिला के 7 दिवसीय राज्यस्तरीय नलवाड़ मेला सुंदरनगर के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करने पर कही। महेंद्र सिंह ठाकुर ने सुंदरनगर सहित प्रदेश की जनता को नलवाड़ मेले के समापन पर बधाई दी। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि नलवाड़ मेलों में धीरे-धीरे घटती जा रही बैलों की संख्या एक चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में नलवाड़ मेलों पर पुनर्विचार कर इन मेलों का नाम बदल देना ही बेहतर रहेगा।
इस अवसर पर प्रदेश भाजपा महामंत्री एवं विधायक सुंदरनगर राकेश जम्वाल,नगर परिषद अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा, मेला कमेटी अध्यक्ष धर्मेश रामोत्रा, डीएसपी दिनेश कुमार, तहसीलदार जगदीश शर्मा सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
राज्यस्तरीय नलवाड़ मेले के समापन समारोह के साथ दो दिवसीय कुश्ती दंगल का आयोजन नगौण स्टेडियम में किया गया। इसमें प्रदेश सहित उत्तर भारत के नामी पहलवानों ने दंगल में अपनी कुश्ती के जौहर दिखाए गए।
इस मौके पर पंजाब के खन्ना निवासी विकास ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए ‘सुकेत केसरी’ का खिताब हासिल किया। विधायक राकेश जंवाल ने विकास को गुर्ज के साथ 41 हजार रुपए बतौर इनाम राशि दी गई। इसके अलावा अंडर-19 कुश्ती प्रतियोगिता में ‘सुकेत कुमार’ का खिताब अखाड़ा कंसा चौक डोलधार निवासी रमेश कुमार के नाम रहा। जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने रमेश कुमार को गुर्ज के साथ 31 हजार रुपए बतौर इनाम राशि दी गई।