मंडी, 29 मार्च : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर सदर विधानसभा क्षेत्र की अनदेखी के आरोप लगाने वाले सदर विधायक अनिल शर्मा अब खुद ही पार्टी कार्यकर्ताओं की प्रताड़ना का शिकार होते नजर आ रहे हैं। प्रदेश भाजपा पूर्व मीडिया प्रभारी प्रवीण शर्मा ने सदर विधानसभा क्षेत्र की हो रही अनदेखी पर पूर्व मंत्री अनिल शर्मा को जिम्मेदार ठहराया है।
सोमवार को मंडी में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि आज मंडी जिला के सदर से भाजपा विधायक अनिल शर्मा भाजपा के हो कर भी भाजपा के नहीं हैं। जिसके चलते सदर विधायक निष्क्रिय हो गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि वे जनता की समस्याओं को नहीं उठा या सुलझा सकते तो फिर उन्हें विधायक पद से इस्तीफा दे देना चाहिए न कि अब लोगों के बीच जा कर सदर की अनदेखी का ठीकरा सरकार पर फोड़ना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अनिल सरकार, अधिकारी द्वारा अनसुना करने की बात करते हैं तो उन्हें ऐसे में अपने पद से ही इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सदर विधायक के कार्यकाल में सड़कों की हालत दयनीय हो गई है। विधायक अपने कार्यकाल में कोई भी योजना सदर के लिए लाने में पूरी तरह से नाकाम रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक ठहरे हुए पानी की तरह हो गए हैं और उनके कार्यकाल में सदर में कोई भी विकास कार्य नहीं हो रहा है।
इस दौरान सदर विधायक अनिल शर्मा के नाम की परिभाषा बताते हुए उदाहरण दिया कि अनिल मतलब अ से असमंजस, नि से निष्क्रिय और ल से लज्जा हीन। प्रवीण ने कहा कि अनिल केवल परिवार की राजनीति तक ही सीमित रहे और बीते 3 वर्षों से पूरी तरह से जनता की समस्याओं के निदान में असफल रहे।