शिमला, 16 मार्च : हिमाचल की राजधानी में देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदर्शन के दौरान हंगामा बरप रहा है। मिल रही जानकारी के अनुसार पुलिस ने कालका-शिमला हाईवे को क्रॉसिंग के नजदीक बैरियर पर बंद कर दिया है। वाहनों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है, जबकि राजधानी की तरफ से भी कालका की तरफ जाने वाले ट्रैफिक को रोक दिया गया है।
देवभूमि क्षत्रिय संगठन ने सचिवालय के घेराव की चेतावनी दी थी। इसी के मद्देनजर ओल्ड बस स्टैंड के नजदीक क्रॉसिंग में खासा बवाल मचा हुआ है। हालांकि, न्यू बस स्टैंड की तरफ से वाहनों को संजौली व छोटा शिमला होते हुए अपर शिमला की तरफ डायवर्ट किया गया है, लेकिन प्रदर्शन की वजह से आम जनजीवन पर खासा असर पड़ रहा है।
इसी बीच ये भी जानकारी आई है कि आंदोलनकारियों ने तारा देवी के नजदीक पुलिस पर पथराव भी किया। इसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी के भी जख्मी होने की खबर आ रही है। राजधानी में खासा तनाव है। शिमला को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पथराव में घायल जवानों को आईजीएमसी भेजा गया है।
हालांकि, पुलिस ने हिमाचल के कई हिस्सों में बीती रात नाके लगाए हुए थे, ताकि प्रदर्शनकारी शिमला कूच न कर सकें, लेकिन तमाम इंतजाम धरे के धरे रह गए। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी राजधानी के समीप तक पहुंच गए।
ये भी खबर आ रही है कि क्रॉसिंग के नजदीक प्रदर्शनकारियों ने डेरा डाल लिया है। देवभूमि क्षत्रिय संगठन के अध्यक्ष रूमित ठाकुर द्वारा प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया जा रहा है। प्रदर्शनकारी इस बात पर भी अड़ गए हैं कि जब तक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मौके पर बात करने नहीं आएंगे, तब तक स्थिति जस की तस रहेगी।
धर्मशाला में विधानसभा के घेराव के बाद सरकार ने आयोग के गठन की अधिसूचना जारी कर दी थी। ये भी तय कर दिया था कि एक चेयरमैन के अलावा दो सदस्य होंगे। अब देवभूमि क्षत्रिय संगठन इसे एक्ट की परिधि में लाने की मांग कर रहा है। प्रदर्शनकारियों की एक्ट को लेकर केवल एक सूत्रीय मांग ही है।
दीगर है कि बीती रात नाहन के दोसड़का व ददाहू में भी शिमला की तरफ जा रहे प्रदर्शनकारियों ने खासा बवाल मचाया था। यहां भी पांच पुलिस कर्मियों पर पथराव किया गया था। साथ ही पुलिस के दो वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।