शिमला, 10 मार्च: ये तो जनाब सोशल मीडिया है, टांग खिंचाई का मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहता। पांच राज्यों के चुनावी नतीजे आए, हर जगह कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा, अब इस मौके को भी कैसे सोशल मीडिया यूजर्स गंवा देते। ले ली गई हाथोंहाथ चुस्की।
दरअसल, हिमाचल की विधानसभा में बजट सत्र चल रहा है। सत्ता व विपक्ष में तीखी नोंकझोंक की खबरें आती रही। विपक्ष भी वाॅकआउट कर सीधे पत्रकारों की टोली के सामने पहुंच जाता है। दो-तीन नेता सत्ता पर हमला बोलते हैं, फिर वाॅकआउट का किस्सा खत्म हो जाता है।
वीरवार को विपक्ष ने वाॅकआउट नहीं किया। सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि पार्टी के दिग्गज नेताओं को चुनावी हार का जवाब मीडिया में देना पड़ता, क्योंकि वो जानते हैं कि विधानसभा के परिसर में पत्रकारों की अच्छी-खासी भीड़ होगी। सवाल, वाॅकआउट पर कम चुनावी हार पर पूछे जाएंगे। प्रश्नों की बौछार भी हो सकती है। लिहाजा, बेहतर है कि वाॅकआउट की बजाय सदन में ही बैठा जाए।
चुनावी नतीजों के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की प्रतिक्रिया दोपहर बाद ही आ गई थी, लेकिन हिमाचल का कोई भी कांग्रेसी नेता शाम तक मीडिया के सामने नजर नहीं आया। क्या वास्तव में कांग्रेसी नेता सदन में इस कारण बैठे रहे, ताकि मीडिया से बचाव हो सके, ये बात तो कांग्रेस ही बता सकती है।