शिमला, 03 मार्च : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वीरवार को प्रदेश का आर्थिक सर्वेक्षण को सभापटल पर रखा। आर्थिक सर्वे के मुताबिक प्रदेश में वितीय वर्ष 2020-21 में अर्थव्यवस्था में संकुचन के बावजूद 2021-22 में सकल घरेलू उत्पाद में 8.3 फीसद की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया है। इसके अलावा 2020-21 में प्रति व्यक्ति आय दो लाख 1 हजार 854 रुपए रहने का अनुमान लगाया गया है। जबकि 2021-22 के दौरान प्रति व्यक्ति आय में 10.1 फीसद बढ़ोतरी का अनुमान लगाया है।
आर्थिक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2020-21 में प्रचलित कीमतों पर प्रति व्यक्ति आय 201854 होने का अनुमान है। यह राष्ट्रीय अनुमानित प्रति व्यक्ति आय से 51528 अधिक है। वर्ष 2021-22 के दौरान प्रति व्यक्ति आय में 10.1 फीसदी की वृद्धि का अनुमान है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना महामारी से कृषि और संबद्ध क्षेत्र सबसे कम प्रभावित हुए हैं और वर्ष 2021-22 में इस क्षेत्र में 8.7 फीसदी वृद्धि होने का अनुमान है।
रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2021-22 में स्थिर कीमतों (2011-12) पर सकल घरेलू उत्पाद या वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद का अनुमान 124400 करोड़ है, जबकि वर्ष 2020-21 के लिए वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद का अस्थाई अनुमान 114814 करोड़ है। वर्ष 2021-22 में प्रचलित कीमतों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद का अनुमान 175173 करोड़ है, जबकि वर्ष 2020-21 के लिए सकल घरेलू उत्पाद को अस्थाई अनुमान के अनुसार 156675 करोड़ था।
आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक प्रदेश में मुद्रास्फीति वर्ष 2014 से मध्यम रही है। वर्ष 2016-17 में यह 4.6 फीसदी थी, जोकि 2020-21 में 5.2 फीसदी हो गई। चालू वित्तीय वर्ष में 2021-22 में (अप्रैल से दिसंबर) संयुक्त मुद्रास्फीति की दर से 6 फीसदी की बढ़ोतरी रही, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में (अप्रैल से दिसंबर) के दौरान सीपीआई (ग्रामीण) और सीपीआई (शहरी) सूचकांक क्रमशः 6.1 और 5.2 फीसदी रहा है, जो कि वर्ष 2020-21 में इसी समय अवधि की तुलना में 4.8 और 7.6 फीसदी था।