शिमला, 02 मार्च : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते यूक्रेन में हिमाचल के बच्चों के फंसे होने पर चिंता व्यक्त करते हुए बुधवार को विधानसभा में कहा कि कीव में फंसे हिमाचल के सभी छात्र सुरक्षित निकाल लिए गए हैं। लेकिन खारकीव में छात्र अभी भी फंसे हुए हैं। इन्हें वापस लाने के लिए केंद्र सरकार भरसक प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया है कि यूक्रेन से एक-एक बच्चा सुरक्षित लाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन से हिमाचल के अभी तक 108 विद्यार्थी सुरक्षित प्रदेश वापस आ चुके हैं।
राज्यपाल के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडी जहीरीली शराब कांड में आबकारी विभाग के चार इंस्पेक्टर निलंबित किए हैं तथा चार आबकारी सहायक आयुक्तों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसी तरह ऊना अवैध पटाखा फैक्टरी मामले के मुख्य आरोपी रोहित पुरी को बुधवार सुबह मुंबई से एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी सरकार ने ही पीटीए और एसएमसी जैसे मुद्दों को न केवल सफलता से सुलझाया है, बल्कि इन मामलों में सरकार अदालत में भी कर्मचारियों के साथ खड़ी हुई। उन्होंने करूणामूलक आधार पर नौकरी के लिए आंदोलन कर रहे लोगों से धरना समाप्त कर सरकार से बातचीत की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार के पास चतुर्थ श्रेणी के एक हजार पद खाली हैं और करूणामूलक आधार पर नौकरी चाह रहा उम्मीदवार यदि इन पदों के लिए विकल्प देता है तो उसे तुरंत नौकरी दे दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी ही सरकार ने करूणामूलक आधार पर नौकरी के लिए आयु सीमा 50 से बढ़ाकर सेवानिवृत्ति के आखिरी दिन तक कर दी है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी सरकार ने गृहिणी सुविधा के तहत प्रदेश में 3.25 लाख निशुल्क रसोई गैस के कनेक्शन उपलब्ध करवाए, जबकि हिमकेयर योजना के तहत 201 करोड़ रुपए खर्च कर 2.27 लाख गरीबों का निशुल्ख उपचार करवाया गया। इसी तरह 18218 गरीबों के लिए सहारा योजना के तहत सहारा दिया गया, जबकि मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत 2231 लोगों को एक सौ करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध करवाई गई।