हमीरपुर, 25 फरवरी : रूस और यूक्रेन में शुरू हुए युद्ध के चलते खारकीव शहर में भारत के 500 मेडिकल स्टूडेंट के साथ हिमाचल के दर्जनों छात्र फंस गए हैं। खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी के इन छात्रों को पिछले कल ही हॉस्टल से बंकर में शिफ्ट कर दिया गया है। हमीरपुर जिला के यूक्रेन में वर्तमान समय में 24 मेडिकल स्टूडेंट फंसे हुए हैं।
जिला मुख्यालय हमीरपुर के साथ लगते झनियारी के मेडिकल स्टूडेंट अनन्य शर्मा भी बंकर में 15 घंटे से डर के साए में समय काट रहे हैं। फोन पर बातचीत में अनन्य शर्मा ने बताया कि माइनस 4 डिग्री में वह बेहद मुश्किल से गुजारा कर रहे हैं। बैंक एटीएम सब बंद हो चुके हैं। ऐसे में खाने-पीने की दिक्कत भी पेश आ सकती हैं। लगातार यहां पर सेलिंग हो रही है जिस वजह से उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। माइनस 4 डिग्री के ठंड में उन्हें ओढ़ने के लिए भी कुछ नहीं मिल रहा है।
छात्र के पिता संजीव शर्मा का कहना है कि उनका बेटा अनन्य शर्मा खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए लिए दिसंबर में गया था। हालात बिगड़ने पर पिछले रविवार को ही उन्होंने दूतावास की एडवाइजरी के बाद बेटे के लिए टिकट बुक करवा ली थी।
फ्लाइट के टिकट के दाम 25 हज़ारे से बढ़ कर 1 लाख हो गई। लेकिन टिकट बुक करवा लिया था। बाद में फ्लाइट बंद कर दी गई, जिस वजह से अब उनका बेटा वहां पर बंकर में ही सैकड़ों मेडिकल स्टूडेंट के साथ फंस गया। माइनस 5 डिग्री टेंपरेचर में लगातार इस शहर में सेलिंग हो रही है।
छात्र के दादा ठाकुर दास शर्मा का कहना है कि यूक्रेन गए हुए 3 महीने बीत गए हैं। अब उनको हॉस्टल से निकालकर बंकर में भेज दिया गया है। पोते से लगातार बात हो रही है, फिलहाल तो उनको खाना मिल गया है लेकिन शाम को खाना मिलेगा या नहीं इस बात का कोई पता नहीं है। हजारों छात्रों के साथ वह बंकर में समय निकाल रहे हैं। वह यूक्रेन के खारकीव की शहर में है।