पांवटा साहिब, 03 फरवरी : एनएचएम स्वास्थ्य कर्मी ब्लॉक राजपुर के कर्मचारियों ने सरकार के प्रति रोष प्रकट करते हुए पांवटा साहिब सिविल अस्पताल में पेन डाउन आंदोलन शुरू किया है। एनएचएम स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में पेन डाउन आंदोलन शुरू कर दिया है।
राज्य स्वास्थ्य समिति अनुबंध कर्मचारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉक्टर हिमांशु कौशिक, रविन्द्र, डॉ.सुमित, डॉ. नम्रता, डॉ. अंजू, रामदत्त मित्तल, कौशल्या, महेंद्र,रंजीता, संतोष, इंदुबाला आदि ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों के लिए स्थाई नीति बनाई जाए।
जिस प्रकार अन्य सोसायटी के कर्मचारियों को सरकार ने रेगुलर किया है। उसी प्रकार से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत विभिन्न कार्यक्रमों को संभाल रहे कर्मचारियों को भी रेगुलराइज करके पिछले 23-24 सालों से जो उनका शोषण चला आ रहा है, उसको खत्म किया जाए जैसा कि इस सरकार से उम्मीद भी की गई है।
उन्होंने बताया की स्वास्थ्य कर्मियों ने कोविड-19 जैसी भयानक महामारी में अपनी जान की परवाह किए बिना उसे खत्म करने के लिए दिन-रात एक कर लगातार कार्य किया है। इसके अलावा पोलियो लेप्रोसी ट्यूबरक्लोसिस एमआर वैक्सीनेशन एवं अन्य जितने भी स्वास्थ्य कार्यक्रम चल रहे हैं, उसमें इनके कार्य की अहम भूमिका रही है। फिर भी यह वर्ग सदा ही सरकार की अपेक्षाओं का शिकार रहा है। जिसको लेकर आंदोलन का रुख करना पड़ा है।
उन्होंने सरकार से यही गुहार लगाई है कि अब तो आंखें खोलो सरकार अब तो हमारे बारे में भी विचार करो अब तो हमें भी इस बेबसी से बाहर निकालो और हमारे हक हमें प्रदान करें , ताकि हमारे परिवारों का भरण-पोषण भी अच्छे से हो सके। जो कि कम सैलरी में यह मुमकिन नहीं है।
उन्होंने कहा कि जब तक सरकार हमारी यह पूर्णता जायज मांगे पूरी नहीं कर देती, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों द्वारा पूरे हिमाचल प्रदेश में सरकार के प्रति रोष में किया जा रहा है।