शिमला, 21 जनवरी : सुंदरनगर तहसील में जहरीली शराब पीने के मौत मामले में गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) में एनआईए से लौटे आईपीएस अधिकारी अरविंद दिग्विजय सिंह नेगी को शामिल करने के बाद चार अन्य पुलिस अधिकारियों को भी एसआईटी में सम्मिलित किया गया है।
पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि ऊना व बद्दी के एसपी के अलावा कांगड़ा के एएसपी और परवाणू के एसडीपीओ को एसआईटी में जगह दी गई है। ऊना के एसपी अर्जित सेन, बद्दी के एसपी मोहित चावला, कांगड़ा के एएसपी पुनीत रघु और परवाणू के एसडीपीओ योगेश रालता एसआईटी में शामिल किए गए हैं। पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू द्वारा शराब प्रकरण की जांच के लिए डीआईजी सेंट्रल रेंज मधु सूदन के नेतृत्व में एसआईटी बनाई गई है।अन्य राज्यों से समन्वय स्थापित कर समय पर कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए एसपी कार्यालय बद्दी में कैंप कार्यालय स्थापित किया गया है।
पुलिस मुख्यालय की तरफ से दावा किया गया है कि एसआईटी जहरीली शराब के किंगपिन को पकड़ने की दिशा में बढ़ रही है। माना जा रहा है कि एसआईटी ने इस पूरे खेल के किंगपिनों की शिनाख्त कर ली है और अब इन्हें धरने की तैयारी है। इनकी तलाश में एसआईटी की टीम हिमाचल के अलावा पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में छापेमारी कर रही है। इन तलाशी दलों ने घटनास्थल से आपत्तिजनक सामग्री और सबूत जब्त किए हैं और तलाशी जारी है।
गौर हो कि सुंदरनगर में जहरीली शराब पीने से बीते दो दिन में सात लोगों की मौत हो चुकी है। सरकार व प्रशासन ने मृतकों के परिवार को आठ-आठ लाख रुपये मुआवजा देने का निर्णय लिया है। इसके अलावा 50-50 हजार रुपये मौके पर फौरी राहत प्रदान की गई है। पुलिस ने चार स्थानीय लोगों को गिरफ्तार किया है।