शिमला, 12 जनवरी : पहाड़ों की रानी शिमला में हवाई मार्ग से आने-जाने वाले लोगों को अब राजधानी से 25 किलोमीटर दूर जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट नहीं जाना पड़ेगा। लोगों को अब शहर के बीच ही हवाई सेवा मिलेगी। शहर के सबसे बड़े उपनगर संजौेली स्थित हेलीपोर्ट से हेलीकाप्टर उड़ान भरेंगे। 18 करोड़ की लागत से संजौली-ढली बाईपास पर हेलीपोर्ट पर बने हेलीपोर्ट का मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज लोकार्पण किया। प्रदेश सरकार का राजधानी शिमला में यह पहला हेलीपोर्ट है।
अब तक मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर राजधानी के अनाडेल में लैंड होता है। शिमला में अपना हेलीपोर्ट न होने से अभी सेना के अनाडेल मैदान में ही मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर उतरता है। संजौली हेलीपोर्ट शुरू होने से सरकार के साथ-साथ सैलानियों को भी सुविधा होगी। अहम बात यह है कि संजौली हेलीपोर्ट को आपातकाल सेवाओं सहित सैलानियों की सहूलियत के लिए भी इस्तेमाल किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हेलीपोर्ट के लोकार्पण के पश्चात पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस हेलीपोर्ट से न केवल प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को सुविधा मिलेगी बल्कि आईजीएमसी के समीप होने से इसका उपयोग आपातकालीन सेवाओं में भी प्रभावी रूप से किया जा सकेगा। जयराम ठाकुर ने कहा कि इस तीन मंजिला हेलीपोर्ट में सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएं जैसे रिसेप्शन काउंटर, हेलीपोर्ट प्रबंधक कार्यालय, टिकट काउंटर और वीआईपी लाउंज आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हेलीपोर्ट में यात्रियों के आगमन के लिए पोराटा केबिन की सुविधा, 50 वाहनों के लिए पार्किंग, हेलीकॉप्टर के लिए डेक और सेफ्टी नेट भी हैं।
उन्होंने कहा कि यह हेलीपोर्ट 10.3 बीघा भूमि के क्षेत्र में फैला है तथा भिति चित्रों द्वारा इसका सौंदर्यीकरण किया गया है। यह हेलीपोर्ट सीसीटीवी निगरानी तंत्र से पूर्ण रूप से युक्त है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की उड़ान-2 योजना के तहत बद्दी, रामपुर तथा मंडी में भी हेलीपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के निर्माण के लिए केन्द्र सरकार ने स्वदेश दर्शन कार्यक्रम के हिमालयन सर्किट के अंतर्गत 12.13 करोड़ रुपये और केन्द्र सरकार की उड़ान-2 योजना के तहत 6 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार केन्द्रीय पयर्टन तथा नागरिक उड्डयन मंत्रालय को रिकांगपिओ, चम्बा, डलहौजी, जंजैहली, ज्वालाजी आदि में नए हेलीपोर्ट के निर्माण के लिए शीघ्र प्रस्ताव भेजेगी जिससे इन क्षेत्रों में पयर्टन गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में मुख्य पयर्टन गंतव्यों से जुड़े राष्ट्रीय उच्च मार्गोें की फोर लेनिंग के साथ-साथ हवाई यातायात सुविधा पर विशेष बल दिया जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश में 64 हेलीपेड हैं तथा प्रदेश सरकार द्वारा 38 नए हेलीपैड का निर्माण कार्य किया जा रहा है।