शिमला, 08 जनवरी : कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर शिमला जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। उपायुक्त आदित्य नेगी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला के समस्त उपमंडल अधिकारियों के साथ कोरोना से बचाव व नियंत्रण के संबंध में बैठक ली।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशानुसार जिला के सभी धार्मिक संस्थानों में भंडारे, लंगर इत्यादि पर पूर्णतः रोक है। उन्होंने इस संबंध में उचित देख रेख के लिए सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि जिला में सार्वजनिक स्थानों पर कोविड उपयुक्त व्यवहार की पालना सुनिश्चित की जाए। यदि कोई व्यक्ति कोविड नियमों की अवहेलना करता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार उचित कार्यवाही अमल में लाई जाए। उन्होंने बताया कि कंटेनमेंट जोन तथा कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की व्यवस्था को और अधिक सुदृढ करने की आवश्यकता है ताकि संक्रमण को कम किया जा सके। उपायुक्त ने बताया कि एकांतवास में रह रहे मरीजों के लिए बनाए गए नियंत्रण कक्ष को कार्यशील करने की आवश्यकता है, ताकि मरीजों को चिकित्सा संबंधी परामर्श उपलब्ध हो सके। उन्होंने सभी अधिकारियों को कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर से और अधिक सतर्क रहने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर उन्होंने सभी उपमंडल अधिकारियों को पैसों की कमी से रुके विकासात्मक कार्यों की सूची को एक दिन के भीतर कार्यालय को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए ताकि पैसों की उपलब्धता के लिए सूची को प्रदेश सरकार को सौंपी जा सके।
उन्होंने अधिकारियों को जिला में पोषण अभियान को और अधिक संबल प्रदान करने के भी निर्देश दिए।