शिमला, 07 जनवरी : पंजाब में पीएम सुरक्षा में हुई चूक पर दिवंगत मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बटे व युवा कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह के बयान पर खासा बवाल मचा। अपनी ही पार्टी के नेताओं ने विक्रमादित्य सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इसी बीच कांग्रेस की कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के बयान ने विक्रमादित्य सिंह को ऑक्सीजन दे दी है। विरोध कर रहे पार्टी नेताओं के पास अब चुप्पी साधने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।
विक्रमादित्य सिंह ने पार्टी सुप्रीमो के बयान को लेकर एक समाचार पत्र की कतरन भी शेयर की है। सोनिया गांधी के बयान के बाद विक्रमादित्य सिंह ने अपनी ही पार्टी के उन नेताओं को करारा जवाब दिया है, जो पीएम सुरक्षा को लेकर उनकी टिप्पणी की मुखालफत कर रहे थे।
दरअसल, पजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले की सुरक्षा मामले में सोनिया गांधी ने सीएम सीएम चन्नी से विस्तृत जानकारी मांगी। सोनिया ने कहा कि नरेंद्र मोदी पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। खबरों के मुताबिक, सोनिया ने सीएम चन्नी से कहा कि इस माले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। इस दौरे को लेकर सुरक्षा के पूरे बंदोबस्त किए जाने चाहिए थे। बता दे कि विक्रमादित्य सिंह ने भी यही बात कही थी कि पार्टी चाहे कोई भी ह, लेकिन पीएम सुरक्षा में इस तरीके की चूक दुर्भाग्यपूर्ण है। नरेंद्र मोदी पुरे देश के प्रधानमंत्री, लिहाजा उनकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना चाहिए।
उधर, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा था कि पहले भी कई बार प्रधानमंत्रियों का काफिला रोका गया है। इंदिरा गांधी को छात्रों द्वारा, राजीव गांधी को नौजवानों द्वारा। तब तत्कालीन प्रधानमंत्री ने मौके पर ही प्रदर्शनकारियों की बात सुनी थी,ऐसा मौजूदा पीएम भी कर सकते थे।