नाहन, 05 जनवरी : रोनहाट से लापता दो नाबालिग लड़कियों के अपहरण के मामले में नया मोड़ आया है। इस मामले की जांच अब डीएसपी पांवटा साहिब वीर बहादुर के स्तर पर की जाएगी, क्योंकि इस मामले में एससी व एसटी एक्ट के अलावा पोक्सो एक्ट की धाराएं भी शामिल हुई है। इसी बीच पीड़ित पक्ष ने रोनहाट पुलिस पर बेटियों की तलाश के दौरान खर्चे के तौर पर 12 हजार रुपए लेने का भी आरोप लगाया है। डीएसपी वीर बहादुर ने कहा कि शिकायत मिली है, इस पर भी जांच होगी।
परिवार का कहना है कि वह एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं और बेटियों के अगवा करने का मामला दर्ज करवाया था। इस पर पुलिस ने यह कहा कि लड़कियों को तलाशने के लिए इधर-उधर जाना पड़ेगा, इसके लिए खर्च आपको ही देना होगा। शिकायतकर्ता का कहना है कि उन्होंने 12 हजार नगद दिये है।
शिलाई की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रोनहाट में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली दो लापता छात्राओं को सीआईडी ने 16-17 दिसंबर को पांवटा साहिब में गुरुद्वारे के समीप से बरामद किया था। छात्राएं घर से स्कूल गई थी, लेकिन जब वापिस नहीं लौटी तो परिजनों ने तलाशी शुरू कर दी। 13 दिसंबर से लापता छात्राओं के परिवार वालों ने पुलिस में अपनी बच्चियों के अपहरण की आशंका जताते हुए शिकायत दर्ज करवाई थी।
गौरतलब है कि बरामद की गई लड़कियों के पिता ने पुलिस अधीक्षक को सीधे शिकायत पत्र भेजा है। हालांकि लड़कियों को बरामद कर लिया गया था, लेकिन इसकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही थी। तफ्तीश के दौरान पता चला कि इसमें एक लड़की अनुसूचित जाति से संबंध रखती है। पीड़िता से दुराचार की भी बात सामने आ रही है। हालांकि पुलिस रेप के होने की सीधे-सीधे पुष्टि नहीं कर रही, लेकिन बताया जा रहा है कि एक लड़की से दुराचार भी किया गया है।
लड़कियों को अगवा करने वाला आरोपी राकेश मूलतः कमरऊ का रहने वाला है, लेकिन वह कुछ अरसे से तारूवाला में ही सेटल है। गौरतलब है कि पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। मंगलवार को आगे की जांच की जिम्मेदारी डीएसपी को सौंपने आदेश जारी हुए।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क के पास लड़कियों द्वारा लड़कियों के पिता द्वारा पुलिस अधीक्षक को लिखा गया शिकायत पत्र उपलब्ध है। उधर, डीएसपी वीर बहादुर कहना है कि जांच शुरू कर दी गई है। डीएसपी ने कहा कि एससी व एसटी एक्ट के अलावा पोक्सो एक्ट की धाराओं को शामिल किया गया है।