सोलन, 2 जनवरी: शहर में लांबा दंपत्ति की इंसानियत से जुड़ी मिसाल पेश करने का सिलसिला जारी हैै। दंपत्ति ने सप्ताह के भीतर सड़कों पर ठिठुर रहे दूसरे मनोरोगी को रेस्क्यू किया है। जिला महिला एवं बाल विकास की चेयरपर्सन विजय लांबा व पशुपालन विभाग में सहायक निदेशक के पद पर तैनात पति डाॅ. विवेक लांबा ने ये पुण्य कार्य किया है। लांबा दंपत्ति उमंग फाउंडेशन की मुहिम से प्रभावित हैं।
नववर्ष की पहली शाम पर दंपत्ति को नौणी क्षेत्र में एक शख्स सड़कों पर ठंड में लाचार घूमता मिला। तुरंत ही उसे रेस्क्यू करने की कोशिश शुरू कर दी गई। पुलिस की सहायता से रैन बसेरे में रहने का इंतजाम किया गया। रविवार को मेडिकल चैकअप के बाद उसे मानसिक स्वास्थ्य एवं पुर्नवास केंद्र शिमला भेजने का इंतजाम किया। इस नेक कार्य में पुलिस निरीक्षक यशवंत सिंह, कांस्टेबल पुरुषोत्तम, कांस्टेबल नील कमल व होमगार्ड मनोहर लाल की भी अहम भूमिका रही।
दंपत्ति ने समाज के हरेक वर्ग से अपेक्षा की है कि अगर वो आसपास बेसहारा या मनोरोगी को लाचारी की अवस्था में देखते हैं तो उसके तुरंत मददगार बनें। गौरतलब है कि 26 दिसंबर को भी लांबा दंपत्ति ने एक मनारोगी को रेस्क्यू करने के बाद पुनर्वास केंद्र भिजवाया था।
रेस्क्यू किया गया मनोरोगी