सोलन, 29 दिसंबर : खुम्ब अनुसंधान निदेशालय चम्बाघाट बीते कई वर्षों से मशरूम की नई प्रजातियों को निजाद करने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। 2021 की सर्दियों में खुम्भ अनुसंधान केन्द्र द्वारा फ़्लेमोलिना मशरूम की 14 नई किस्मे तैयार की है। नई किस्मे सेहत व लिवर के लिए फायदेमंद है। फ़्लेमोलिना किस्म को विंटर मशरूम से भी जाना जाता है। देश के पांच राज्य इस मशरूम को तैयार कर रहे हैं।
बातचीत के दौरान केंद्र के निदेशक डॉ वीपी शर्मा ने बताया कि समय-समय पर मशरूम की नई किस्में तैयार करने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने कहा कि बीते कई वर्षों में खुंभ की 35 नई किस्में तैयार की गई हैं। उन्होंने कहा कि निदेशालय के वैज्ञानिकों ने फ़्लेमोलिना नामक मशरूम तैयार की है, जो सेहत के लिए व किसानों की आमदनी में कारगर सिद्ध होगी।
वीपी शर्मा ने कहा कि मशरूम के सेवन से कैंसर तक के सैल मरने लग जाते हैं, वहीं दिल व गाॅल ब्लैडर की समस्याओं में भी इस मशरूम का सेवन रामबाण साबित होगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल में इस मशरूम का मूल्य 150 रुपये प्रति किलो तक है, वहीं दिल्ली जैसे बड़े शहरों में 200 रुपये प्रति किलो तक यह मशरूम की नई किस्म बिक रही है।