हमीरपुर, 25 दिसंबर : विश्व हिंदू परिषद हिमाचल प्रदेश द्वारा प्रदेश के वीर योद्धा जनरल जोरावर सिंह को वर्तमान पीढ़ी के समक्ष आदर्श रूप से प्रस्तुत करने के लिए प्रदेश सरकार से मांग की है। विश्व हिंदू परिषद हिमाचल प्रांत के प्रांत सह मंत्री पंकज भारतीय ने हमीरपुर में आयोजित एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए जनरल जोरावर सिंह के इतिहास और उनके द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्य का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि जनरल जोरावर सिंह, यह नाम सम्पूर्ण भारतीय उपमहाद्वीप में 18वीं और 19वी सदी में वीरता के क्षेत्र में अद्वितीय रहा है।
हमीरपुर जिला का यह सौभाग्य है की यह वीर पुत्र इस धरा पर पैदा हुआ और यहां से निकल कर तिब्बत और अक्साई चीन जैसे क्षेत्रों में अपने शौर्य और पराक्रम का परिचय करवा के आया। ऐसे वीर योद्धा को वर्तमान पीढ़ी विस्मृत कर चुकी हैं। हमारा प्रदेश जहाँ असंख्य युवा सेना में जाकर मां भारती की सेवा में योगदान करते हैं, ऐसे में जनरल जोरावर की विजय गाथा, उनका जीवन परिचय केवल इतिहास के पन्नों में न सिमट जाएं, बल्कि आगामी पीढ़ियों को प्रेरणा दे, इसके लिए प्रयत्न करने की नितांत आवश्यकता हैं।
वर्तमान समय में तत्कालीन सरकारों की अनदेखी के चलते यह वीर पुरुष इतिहास के पन्नों में गुमनामी के अंधेरे में खो सा गया है। उन्होंने प्रदेश सरकार, मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से आग्रह किया कि वो उनके गांव को वीर गांव घोषित किया जाए। नादौन धनेटा मार्ग जिस पर उनका गांव अंसरा पड़ता है, उसका नामकरण जनरल जोरावर के नाम पर किया जाए। प्रदेश के पाठ्यक्रम में जनरल जोरावर की जीवनी को शामिल किया जाए। जनरल जोरावर कॉलेज धनेटा, जोकि अब सरकारी कॉलेज में बदल गया हैं, उसका नाम करन इस वीर योद्धा के नाम पर किया जाए।
इस अवसर पर विश्व परिषद हमीरपुर जिला के अध्यक्ष गुंजन गौतम जिला मंत्री संजय गोस्वामी बजरंग दल के सह-संयोजक रविंद्र कुमार सर जी प्रखंड मंत्री बडसर संदीप अग्निहोत्री भी उपस्थित रहे।