कुल्लू, 25 दिसंबर : पंचायतीराज संस्थाओं में जिला परिषद सर्वोच्च संस्था है। इसे जनपद की मिनी विधानसभा भी कहा जाता है। लिहाजा, इसकी हाॅटसीट हासिल करने वाले का रुतबा भी शानदार होता है। इस पद पर आसीन व्यक्ति यदि खुद ही पीठ पर अग्नि पीड़ितो की राहत सामग्री लाद कर चढ़ाई चढे तो निश्चित तौर पर प्रेरणादायक उदाहरण है। ऐसे उदाहरण विरले ही होंगे। यहां बात हो रही है कुल्लू के जिला परिषद अध्यक्ष पंकज परमार की।
शायद ही कोई यकीन कर पाएगा कि जिला परिषद के चेयरमैन ने 9 किलोमीटर दूर तक भारी भरकम ट्रंक को उठाकर गांव पहुंचाया। इससे जुड़ा वीडियो भी सामने आया है। सैंज उपमंडल के दुर्गम गांव मझाहन तक पंकज परमार ने अग्नि प्रभावितों तक स्वयं पीठ पर लादकर सामान पहुंचाया। इससे अन्य लोगों को भी जबरदस्त प्रेरणा मिली। बाकी लोगों में भी राहत सामग्री उठाने की होड़ लग गई। बता दें कि मझाहन गांव में ही हाल ही में आग लग गई थी, जिससे भारी नुकसान हुआ था।
जिला परिषद अध्यक्ष पंकज परमार ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में कहा कि सैंज घाटी के मझाहन गांव तक पहुंचने के लिए 3 से 4 घंटे पैदल चलना पड़ता है। गांव से सड़क 8 किलोमीटर दूर है। पीने का पानी भी नहीं है। प्राकृतिक जलस्त्रोतों पर ही निर्भर रहना पड़ता है। परमार ने कहा कि अगर सरकार की घोषणाओं को अमलीजामा पहनाया गया होता तो आज इस गांव को ऐसे हालात का सामना नहीं करना पड़ रहा होता।
Watch Video : https://youtu.be/1RcsyHFD1d4
बता दें कि छोटे-छोटे कार्यों व समस्याओं के लिए ग्रामीणों को सैंज या बंजार न जाना पड़े इसके लिए जिला परिषद अध्यक्ष ने एक हैल्पलाइन नंबर 98051-15515 भी जारी किया हुआ है। जिला परिषद अध्यक्ष के पैदल सफर में उनके साथ बंजार कांग्रेस के अध्यक्ष दुष्यंत ठाकुर, जिला महासचिवस तेजा ठाकुर व प्रधान यमुना आदि मौजूद रहे। बता दे कि यह मामला बुधवार का है।
उधर, जिला परिषद की बैठक में भी अध्यक्ष ने अग्नि पीड़ितों के लिए 30 गौशालाएं व जिला परिषद निधि से चार सार्वजनिक शौचालय भी स्वीकृत करवा लिए हैं। इसके अलावा भी कई कार्यों को मंजूरी दिलाई है। कुल मिलाकर राजनीति में ऐसी शख्सियत की जमकर हौंसला अफजाई की जानी चाहिए।