नाहन, 25 दिसंबर : कोशिश करने वालों की हार नहीं होती। इन पंक्तियों की कसौटी पर युवाओं की एक टोली खरा उतर रही है। दरअसल, तृतीय श्रेणी के पदों को लेकर कोचिंग प्रदान करने का अनुभव रखने वाले युवाओं के जहन में एक सवाल कौंध रहा था कि क्यों न एचएएस परीक्षा के लिए भी कोचिंग की व्यवस्था उपलब्ध करवाई जाए। इसके लिए बतौर प्रबंध निदेशक अजय शर्मा ने बीड़ा उठाया तो विनोद ने गाइड बनने का फैसला लिया।
फैकल्टी की बात आई तो एचएएस की मेन परीक्षा को दो बार उत्तीर्ण कर चुके अजय व दिल्ली से बाजीराम कोचिंग संस्थान से पढ़ाई कर लौटे मनोज ठाकुर व तीन बार एलाइड की लिखित परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके अजय शर्मा व दृष्टि कोचिंग सैंटर दिल्ली से टिप्स लेने वाले विशाल इस मुहिम में हिस्सा बन गए।
प्रबंधन का दावा है कि उच्च प्रशासनिक सेवा की परीक्षा की तैयारी स्कूल के समय में शुरू की जा सकती है, लिहाजा जमा दो के बाद के छात्र भी संस्थान से इन परीक्षाओं के लिए मार्गदर्शन व टिप्स हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा ग्रैजुएशन कर चुके युवा भी कोचिंग की सुविधा घर बैठकर ही हासिल कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि सिरमौर में तृतीय श्रेणी तक की प्रतियोगितात्मक परीक्षाओं के लिए बेशुमार संस्थान खुल चुके हैं, लेकिन ऐसा मंच पहली बार ही उपलब्ध करवाने का प्रयास किया गया है। बड़ा चौक स्थित इम्पैक्ट अकादमी की टीम को पुलिस, आर्मी, वनरक्षक व जेओए इत्यादि की कोचिंग का लंबा अनुभव रहा है।
प्रबंध निदेशक अजय शर्मा का कहना है कि वो खुद तीन बार एलाइड परीक्षा में उत्तीर्ण हुए, लेकिन साक्षात्कार में इस कारण सफलता नहीं मिली, क्योंकि उचित मार्गदर्शन नहीं था। लिहाजा, प्रबंधन चाहता है कि सिरमौर के युवाओं को मार्गदर्शन की कमी न खलने दी जाए। उनका ये भी कहना था कि भविष्य में परीक्षा को लेकर ऑनलाइन फैकल्टी उपलब्ध करवाने के भी प्रयास होंगे। सब कुछ रिस्पांस पर निर्भर करता है।
अकादमी के गाइड के रूप में विनोद ने कहा कि कड़ी मेहनत व लगन के साथ-साथ उचित मार्गदर्शन बेहद ही जरूरी है। मामूली सी चूक आपको असफलता की ओर धकेल देती है। उनका कहना है कि वो प्रबंधन के इस फैसले से भी बेहद प्रभावित हैं कि आर्थिक रूप से मेधावी छात्रों को उचित कोचिंग निशुल्क प्रदान करने में भी संकोच नहीं किया जा रहा। उल्लेखनीय है कि धीरे-धीरे सिरमौर में पिछले कुछ सालों में बेहतरीन शिक्षण संस्थान उभरे हैं, साथ ही प्रतियोगितात्मक परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी कोचिंग सैंटर उपलब्ध हुए हैं।