शिमला, 20 दिसम्बर : सूबे में दौड़ रहे सभी प्रकार के पब्लिक ट्रांसपोर्ट यानी सार्वजनिक वाहनों पर अब परिवहन विभाग की नजर रहेगी। कौन सी बस, स्कूल बस, टैक्सी, मैक्सी, टूरिस्ट वाहन, एम्बुलेंस, ओला कैब सहित अन्य नेशनल रूट पर चल रहे ट्रक व गुड कैरियर कहां जा रहे और किन रूटों पर चल रही हैं।
इसकी जानकारी व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइज के माध्यम से परिवहन विभाग के पास रहेगी। परिवहन विभाग ट्रैकिंग डिवाइस से वाहनों की मॉनिटरिंग करेगा। इसके लिए सरकार परिवहन निदेशालय में कमांड कंट्रोल रूम व सेंटर तैयार कर रही है।
इस कंट्रोल रूम में जिस भी गाड़ी में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग सिस्टम लगा है, उन सभी गाडियों की लोकेशन देखी जा सकेगी। वहीं जिस गाड़ी में ट्रैकिंग सिस्टम लगा है और वह बदं है, इसकी भी जानकारी विभाग के पास रहेगी की वह बदं है। प्रदेश में महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा को लेकर परिवहन विभाग ने यह पहल की है।
इसके अतिरिक्त प्रदेश में वाहनों में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना और इसके लिए निदेशालय में यह कंट्रोल सेंटर भी बना रहा है। कंट्रोल रूम में वाहनों की पार्किंग के लिए विभाग ने कर्मचारियों को ट्रेनिंग भी दी है।
परिवहन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक विभाग के इस प्रोजेक्ट के तहत प्राथमिक चरण में वर्ष 2019 व इसके बाद खरीदी गई सभी गाड़ियों की निगरानी कंट्रोल रूम से करेगा, क्योंकि वर्ष 2019 व इसके बाद खरीदी गई सभी गाडियों में ट्रैकिंग डिवाइस लगी है। इसके बाद प्रदेश में पुरानी गाडियों में भी ट्रैकिंग डिवाइस लगाने के लिए प्लान तैयार करेगा। ऐसे में आने वाले वर्षों में प्रदेश में दौड़ रही सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर विभाग नजर रखेगा।
दरअसल परिवहन विभाग निदेशक व अन्य अधिकारियों के साथ अभी हाल में ही एक बैठक प्रदेश के सभी वाहन डीलरों अधिकारियों के साथ हुई थी। जिसमें विभाग ने डीलरों को निर्देश जारी किए थे और बताया था कि विभाग अब कंट्रोल कमांड सेंटर खोलने जा रहा है। ऐसे में वाहनों में लगे व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस का सभी प्रकार का डाटा उपलब्ध करवाए।
प्रदेश के 13 डीलर प्वाइंट हैं, जिन्हें एक बार फिर विभाग ने कहा कि वह जल्द से जल्द डाटा उपलब्ध करवाएं ताकि सभी जानकारी सेंटर पोर्टल पर आ जाए।