मंडी, 16 दिसंबर : पदम सिंह के परिजन जंजैहली थाने के बाद डीएसपी करसोग के सामने चीख-चीख कर यह कहते रहे कि पदम सिंह की हत्या हुई है और इसमें हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए। लेकिन डीएसपी साहिबा उल्टा परिजनों को कहती रही कि हत्या हुई है तो प्रूव करके दिखाओ, तभी आगामी कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों और डीएसपी गीतांजलि ठाकुर के बीच हुई इस वार्ता का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें डीएसपी साहिबा पूरी अकड़ में नजर आ रही हैं।
यह वीडियो मंगलवार का बताया जा रहा है। बता दें कि जंजैहली स्कूल में क्लर्क के पद पर कार्यरत मझाखल गांव निवासी पदम सिंह का शव सोमवार सुबह घर से कुछ दूरी पर गहरी खाई से बरामद हुआ था। परिजन पहले से ही कहते आ रहे हैं कि पदम सिंह की हत्या हुई है, लेकिन सोमवार को शव बरामद होने के बाद भी पूरा दिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की।
जब मंगलवार को परिजनों ने थाने का घेराव किया तो दबाव में आकर पुलिस को धारा 302 यानी हत्या का मुकदमा दर्ज करके दो लोगों को गिरफ्तार करना पड़ा। मंगलवार को जब लोग जंजैहली थाना पहुंचे तो उस वक्त डीएसपी गीतांजलि वहां पर मौजूद थी।
परिजन कह रहे थे कि अगर पदम सिंह खाई में गिरा है तो हो सकता है उसे धक्का दिया गया हो। इस पर डीएसपी साहिबा कहती हैं कि प्रूव करके दिखाओ। परिजनों ने कहा कि ये काम तो पुलिस का है, आप एफआईआर दर्ज क्यों नहीं कर रहे। डीएसपी साहिबा ने स्पष्ट कहा कि नहीं करेंगे। जब तक अटॉप्सी की रिपोर्ट नहीं आएगी, तब तक एफआईआर दर्ज नहीं होगी।
डीएसपी करसोग को हटा दिया है जांच से…
एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि इस मामले की जांच से डीएसपी गीतांजलि को हटा दिया गया है और डीएसपी सुंदरनगर दिनेश कुमार को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। उन्होंने बताया कि जिन दो लोगों को शक के आधार पर गिरफ्तार किया गया है, उन्हें अदालत ने चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है और पुलिस उनसे गहन पूछताछ कर रही है।