धर्मशाला, 15 दिसंबर : दो दिन वाराणसी में मुख्यमंत्री परिषद की बैठक में भाग लेने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बुधवार को धर्मशाला शीतकालीन सत्र की अंतिम बैठक में भाग लेने के लिए पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री ने लौटते ही विपक्ष को आड़े हाथों लिया है और दौरे को ऐतिहासिक करार दिया है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री परिषद की प्रधानमंत्री के साथ बैठक ऐतिहासिक रही है। बैठक में केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं को लेकर विस्तृत चर्चा हुई है। भविष्य में भारत को किस तरह से मजबूत बनाना है, इसको लेकर रोड मैप तैयार किया गया है। काशी धार्मिक स्थल के लिए तो प्रसिद्ध है ही, लेकिन अब पर्यटन का केंद्र भी बन गया है।
वंही विपक्ष के मुख्यमंत्री के सदन से गायब रहने के आरोप पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वे विपक्ष के नेता को दौरे की जानकारी देकर गए थे। विपक्ष के नेता को यह जानकारी विधायकों को देनी चाहिए थी।
विपक्ष के पर्यटन विभाग की संपत्ति निजी हाथों में देने के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन की संपत्ति तो कांग्रेस सरकार ने बेचनी शुरू की थी और छराबड़ा का वाइल्ड फ्लावर हॉल किस तरह से बेचा गया है, यह सबको विधित है। सरकार ने जो पर्यटन की 5 संपत्तियां दी है, उसमें सरकार ही मालिक है और सरकार के मापदंडों के अनुसार ही संपत्ति का इस्तेमाल कंपनियां कर सकेंगी। अगर कुछ भी गलत इस्तेमाल किया जाता है, तो सरकार उन्हें वापिस ले लेगी।