धर्मशाला, 14 दिसम्बर: पालमपुर के आईएचबीटी में एक दिवसीय स्वर्ण जयंती चाय मेले का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, मत्स्य एवं पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने की।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि सरकार कांगड़ा चाय के उत्थान के प्रति गंभीर है और इसी बजट में चाय नीति को लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांगड़ा चाय को नई दिशा देने के लिये बागवानों की मांग के अनुरूप कृषि उपकरणों के लिए अनुदान इत्यादि का प्रावधान किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कांगड़ा चाय प्रदेश की धरोहर है और चाय बागवान इसे बचाने के लिए सराहनीय कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कांगड़ा चाय की मांग को देखते हुए इसकी वैल्यू वृद्धि करने पर बल दिया और हिमाचल टूरिज्म के होटल के मेन्यू में कांगड़ा चाय और प्राकृतिक खेती उत्पादों को शामिल करने की बात कही। उन्होंने चाय अधीन क्षेत्र को भी बढ़ाने पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में हींग और केसर उत्पादन में भी बेहतर परिणाम नजर आने लगे हैं और प्रदेश के गर्म जिलों जो पंजाब की सीमा से सटे हुए हैं उनमें दाल चीनी के व्यापक उत्पादन की व्यापक संभावना हैं। उन्होंने कहा कि सीएसआईआर के सहयोग से कुठलेहड़ विधान सभा क्षेत्र उन्नत किस्म की दाल चीनी के उत्पादन की शुरुआत की गई है।
उन्होंने कहा कि अप्रैल माह में चाय पर एक बड़ा उत्सव आयोजित किया जाएगा। इसमें देश भर से चाय उत्पादकों को बुलाया जाएगा और इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री करेंगे।
इससे पहले कृषि सचिव डॉ. अजय कुमार शर्मा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और कहा कि अप्रैल माह में एक बड़ा आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांगड़ा चाय के उत्थान और विकास के लिये प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चाय उत्पादकों की सभी बातों को गंभीरता से लिया गया है।
कांगड़ा में काफी किस्मों की चाय का उत्पादन हो रहा है और इसकी गुणवत्ता बहुत अधिक है। उन्होंने कहा कि चाय को प्रोत्साहित करने और चाय उत्पादन की क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता है।