शिमला, 13 दिसंबर : चौपाल उपमंडल की नेरवा तहसील के किरी गांव के रहने वाले विजेंद्र राठौर ओएनजीसी में सेवाओं की वजह से गुजरात के भरूच जनपद में रह रहे हैं। देशभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रमों को आयोजित करने में राठौर की गहरी दिलचस्पी है। इसी सिलसिले में राठौर ने भरूच में ही चीफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत सहित अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया था।
राष्ट्रगान चल रहा था, हर कोई देशभक्ति के रंग में रंगा हुआ था। इसी बीच राठौर का 3 वर्षीय बेटा सूर्यभान सिंह बार-बार दिवंगत रावत के चित्र पर पुष्प अर्पित कर रहा था। मानो, नन्हीं सी उम्र के सूर्यभान को ये पता था कि हेलीकाॅप्टर क्रैश में देश ने एक ऐसे वीर को खोया है, जिसके हाथों में पूरे देश की सुरक्षा थी। चूंकि राष्ट्रगान चल रहा था, लिहाजा कोई सूर्यभान सिंह के इस मासूमियत भरी देशभक्ति पर दुलार नहीं दिखा सका। लेकिन राष्ट्रगीत के समाप्त होते ही सूर्यभान को दुलार देने लगा। निश्चित तौर पर बच्चों को ऐसे संस्कार परिवार से ही मिलते हैं।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में सूर्यभान सिंह के पिता विजेंद्र राठौर ने कहा कि वो खुद हैरान थे कि नन्हा बच्चा मासूमियत से पुष्प अर्पित कर रहा था। उनका कहना था कि वो लगातार ही तब तक पुष्प अर्पित करता रहा, जब तक राष्ट्रगान समाप्त नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अगर नौनिहाल बचपन से ही देशभक्ति के प्रति समर्पित रहेंगे तो मजाल है कि आने वाले वक्त में कोई मां भारती की तरफ आंख उठाकर भी देख ले।