रोनहाट,12 दिसंबर: विकास खंड शिलाई की ग्राम पंचायत हलाहां में दो गुटों के बीच खूनी झड़प का मामला सामने आया है। जिसमें एक पक्ष के दो युवकों को गंभीर चोटें आई है, जिन्हे अस्पताल में भर्ती करवाया गया हैं। शनिवार दोपहर बाद भीव गांव में मनरेगा के अंतर्गत सरकारी स्कूल के समीप सामुदायिक रास्ते को अपग्रेड करने का कार्य किया जा रहा था। इसी दौरान अचानक किसी बात को लेकर दो पक्षों के बीच में विवाद पैदा हो गया जो देखते ही देखते खूनी झड़प में बदल गया।
पुलिस को दी गई शिकायत में प्रथम पक्ष ने बताया की हलाहां पंचायत में चल रहे विकास कार्यों में अनियमितता को लेकर पंचायत प्रतिनिधियों से कई बार बातचीत कर उसे दुरुस्त करने का आग्रह किया गया था। इस बाबत जब उन्हे संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो युवक मनरेगा के अंतर्गत चल रहे सामुदायिक रास्ते के निर्माण कार्य की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी करने लग गए। जिसके बाद प्रधान के परिवार वालों व मनरेगा के कार्य को गैरकानूनी तरीके से ठेकेदारी प्रथा के तहत करने वालों ने हमला कर दिया साथ ही उनके मोबाइल भी छीन लिए। जिसमें सुरेश, नेत्र सिंह, गुमान सिंह, लायक राम, सुन्दर सिंह, यशपाल, विक्रम, रणदीप, जगपाल और तुलसी राम आदि शामिल थे। इस दौरान प्रथम पक्ष के दो युवकों वीरेंद्र सिंह और अनिल कुमार को गंभीर चोटें आई है, जो अस्पताल में उपचाराधीन है।
प्रथम पक्ष का आरोप है की वर्तमान पंचायत प्रधान और उनके परिवार के लोगों द्वारा पूर्व प्रधान के साथ मिलकर पंचायत में चल रहे मनरेगा सहित अन्य विकास कार्यों को ठेकेदारी प्रथा के तहत करवाकर घटिया गुणवत्ता की निर्माण सामग्री का प्रयोग किया जा रहा हैं। उनका आरोप है की ग्राम पंचायत हलाहां में विकास कार्यों में चल रही अनियमितताओं की खिलाफत करने वालों की आवाज को प्रधान और उनके सहयोगियों द्वारा अक्सर दबंगई करके दबाया जाता है।
दूसरे पक्ष के द्वारा पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में बताया गया है की प्रथम पक्ष के लोग पंचायत प्रधानी का चुनाव हारने के बाद से लगातार विकास कार्यों में बाधा डालने और निर्माण कार्यों को प्रभावित करने का काम करते आए है। प्रथम पक्ष द्वारा कई मर्तबा पंचायत प्रधान के परिवार और अन्य सहयोगियों की झूठी शिकायत भी दर्ज कारवाई गई है। शिकायत के अनुसार शनिवार को जब महिला पंचायत प्रधान गांव गांव में सरकारी स्कूल के समीप मनरेगा के तहत चल रहे सामुदायिक रास्ते के अपग्रेडेशन के कार्य को देखने गई हुई थी तो इसी दौरान वहाँ अनिल, वीरेंद्र, केदार सिंह, कुंदन सिंह और महेंद्र सिंह इकट्ठे होकर आए और वीडियो बनाने लगे, जब ऐसा करने से रोकना चाहा तो मजदूरों के साथ हाथापाई करने लगे और उनके औजार इधर-उधर फेंकने लगे।
इसी दौरान अनिल और वीरेंद्र महिला पंचायत प्रधान की तरफ आए और उनका हाथ पकड़ कर उनके साथ अश्लीलता करने लग गए। इस दौरान जब महिला पंचायत प्रधान अपने बचाव में जोर से चिल्लाई तो मजदूरों को उनकी तरफ मदद के लिए दौड़ता देखकर अनिल और वीरेंद्र भागने लगे, इसी दौरान वो भागते हुए दीवार के ऊपर से नीचे गिर गए और उन्हे चोटें आई हैं।
उधर, पाँवटा साहिब के डीएसपी वीर बहादुर ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया की प्रथम पक्ष के दोनों युवकों का डॉक्टरी निरीक्षण करवाने के बाद उनकी शिकायत के आधार पर पंचायत प्रधान के पति सहित कुल 10 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओ के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है। दूसरे पक्ष की पंचायत प्रधान द्वारा दी गई शिकायत की अन्वेषण अधिकारी द्वारा मौके पर तसदीक की जा रही है। पूरे मामले की पुलिस द्वारा गहनता से जांच की जा रही हैं।