नाहन, 11 दिसंबर : सिरमौर में हिम केयर कार्ड से ‘‘हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी’ (Hip Replacement Surgery) को अंजाम दिया गया है। सर्जरी के माध्यम से 65 वर्षीय शुपी देवी को राहत हासिल हुई है। इससे पहले वो दर्द से कराह रही थी, लेकिन इस सर्जरी के बाद काफी रिलीफ महसूस कर रही है। ये सर्जरी सरकारी नहीं, बल्कि निजी क्षेत्र में श्री साईं अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ (orthopedic surgeon) डाॅ. पीएसएन प्रसाद ने सफलतापूर्वक की है।
श्री साईं अस्पताल में सेवाएं शुरू करने से पहले डाॅ. प्रसाद करीब 12 साल तक सऊदी अरब (Saudi Arab) में अपनी सेवाएं दे रहे थे। उन्होंने हिमाचल को अपनी सेवाएं देने का निर्णय इसलिए लिया, क्योंकि वो शांत प्रदेश में शांतिप्रिय लोगों के बीच कार्य करने के इच्छुक थे। हालांकि इससे पहले अस्पताल द्वारा घुटनों की रिप्लेसमेंट सर्जरी (knee replacement surgery) की गई थी, लेकिन अब हिप रिप्लेसमेंट की ऐसी सर्जरी को किया गया है, जो अमूमन बड़े शहरों में ही उपलब्ध होती थी। सबसे बड़ी बात ये है कि पोस्ट ऑपरेटिव फिजियोथैरिपी की मदद से मरीज ने सर्जरी के चैथे दिन ही चलना शुरू कर दिया।
खास बातचीत में हड्डी रोग विशेषज्ञ डाॅ. प्रसाद ने बताया कि सिरमौर में पहली बार सफलतापूर्वक हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी की गई है। मरीज का दाहिना हिप लगभग एक साल से दर्द कर रहा था। इस कारण मरीज को चलने-फिरने में भी दिक्कत हो रही थी। उन्होंने बताया कि ये सर्जरी 8 दिसंबर को की गई थी। तीन दिन बाद ही मरीज की करीब-करीब पूरी रिकवरी हो गई थी। अब मरीज वाॅकर की मदद से चलने लगी है। चंद रोज में सामान्य तौर पर चलना-फिरना शुरू कर देगी। उन्होंने कहा कि श्री साईं अस्पताल में पूरी सावधानी से सर्जरी की जाती है, ताकि रोगी को संक्रमण से भी बचाया जा सके।
डाॅ. प्रसाद का कहना था कि अस्पताल में तमाम आधुनिक उपकरण उपलब्ध होने की वजह से ही ऐसी सर्जरी संभव हो पा रही है। उन्होंने कहा कि सिरमौर के लोगों को हड्डी संबंधित किसी भी परेशानी के लिए इधर-उधर नहीं भटकना चाहिए।
उधर, शुपी देवी ने बताया कि करीब एक साल पहले पांव फिसलने के कारण टाइल पर गिर गई थी। इसके बाद से ही दाईं तरफ के हिप में चोट लगी। उन्होंने बताया कि कई जगह इलाज के बाद भी दर्द से कोई आराम नहीं मिला। एक साल से घर के कामकाज में भी मुश्किल आ रही थी। श्री साईं अस्पताल में पहल दवाओं से राहत देने की कोशिश की गई, लेकिन दर्द से आराम न मिलने पर हिप रिप्लेसमेंट की सलाह दी गई थी।
शुपी देवी के पति सियाराम ने बताया कि एक साल से कोई आराम नहीं मिल रहा था। इसके बाद श्री साईं अस्पताल में डाॅ. पीएसएन प्रसाद से संपर्क हुआ। बुधवार को सर्जरी हुई और आज चार दिन बाद उनकी पत्नी वाॅकर के सहारे चलने लगी है। उधर, अस्पताल का ये भी तर्क है कि बड़े शहरों की तुलना में काफी कम कीमत पर सर्जरी की जा रही है। बड़े शहरों में इस सर्जरी का खर्च अढ़ाई से तीन लाख हो सकता है, जबकि स्थानीय स्तर पर इस सर्जरी का लाभ डेढ़ लाख के आसपास में उठाया जा सकता है।