शिमला, 11 दिसंबर : पुलिस पे बैंड मामले और ओल्ड पेंशन को लेकर कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि सरकार को दोनों मसलों को हल करने की कोशिश करनी चाहिए। हालांकि उन्होंने माना कि पुलिस पे बैंड विसंगति कांग्रेस सरकार के समय में हुई है।
उन्होंने कहा कि उस समय के हालात और परिस्थितियों को देखते हुए सरकार ने निर्णय लिया। लेकिन अब इस विसंगति को सरकार को दूर करना चाहिए। ओल्ड पेंशन अटल सरकार की देन है, जिससे कर्मचारी खासे नाराज हैं। सरकार को इसका समाधान करना चाहिए। विपक्ष सदन में भी मुद्दों को उठा रहा है लेकिन सरकार समाधान नहीं करना चाहती है इसलिए विपक्ष पर अब दोष दिया जा रहा है।
उधर, विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी सदन में पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई। सदन की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ,जगत सिंह नेगी और रामलाल ठाकुर ने पुलिस पे बैंड विसंगति को लेकर नियम 67 के तहत स्थगन प्रस्ताव लाकर सदन में चर्चा की मांग की ,इस पर चर्चा न मिलने से विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार चर्चा नहीं चाहती है सरकार पुलिस हितेषी नहीं है। विपक्ष पुलिस के मामले को सुलझाने की नियत नहीं रखती है तभी चर्चा के लिए समय नहीं दे रही है। पुलिस के जवान दिन रात सेवा में लगे है लेकिन उनके साथ दोहरा व्यवहार हो रहा है। मुख्यमंत्री को z सिक्योरिटी चाहिए लेकिन उनकी समस्या को हल नहीं करना है। विधायक जगत सिंह नेगी और रामलाल ठाकुर ने भी सरकार पर पुलिस और उनके परिजनों के साथ सौतेला व्यवहार करने की बात कही।विधायकों ने बिलासपुर में दर्ज पुलिस के जवानों के परिजनों पर केस को वापिस लेने की मांग की।
वहीं, विपक्ष के वाकआउट पर मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि विपक्ष पुलिस और जनता को गुमराह करने का काम कर रही है जबकि पुलिस पे बैंड विसंगति देन ही कांग्रेस सरकार की है और आज ये लोग इनके साथ खड़े हैं। जबकि 2015 में कांग्रेस सरकार ने पुलिस पे बैंड में ऐसे कानून लाएं है जिन्हें हल करने में कम से कम 10 साल लगेंगे।लेकिन सरकार ने मामले पर कमेटी का गठन किया है जिसकी रिपोर्ट के बाद सरकार समाधान का रास्ता निकालने की कोशिश करेगी।