रोनहाट, 9 दिसंबर : राष्ट्रीय राजमार्ग 707 का कार्य कर रही निजी कंपनी द्वारा मीनस के समीप बारूदी ब्लास्ट करने के दौरान मलबे की चपेट में आकर घायल हुए मोटरसाइकिल सवार दंपति और उनके बच्चे के मामले में आखिरकार पुलिस ने तीन दिनों के बाद एफआईआर दर्ज कर ली हैं।
बताते चलें कि सोमवार दोपहर बाद पथरीली चट्टानों को तोड़ने के लिए बारूदी ब्लास्ट कर एनएच 707 के विस्तारीकरण का कार्य कर रही एक निजी कंपनी द्वारा लापरवाही बरतने का मामला सामने आया था। बारूदी ब्लास्ट के दौरान निजी कंपनी द्वारा सड़क के एक छोर पर अपने कर्मचारी तैनात किए गये थे, जबकि दूसरी छोर पर यातायात रोकने के लिए किसी को भी तैनात नहीं किया गया था। जिसके चलते हादसे से अनजान वाहन बारूदी ब्लास्ट वाली जगह से बेरोकटोक गुजरते रहे।
इसी दौरान अचानक जोरदार धमाका हुआ और उसके मलबे की चपेट में आकर एक मोटरसाइकिल सवार दंपति और उनका बच्चा घायल हो गया। हादसे में घायल दंपति और उनके बच्चे को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रोनहाट लाया गया, जहाँ से प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक द्वारा उन्हे आगामी उपचार के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया। वर्तमान में घायल दंपति और उनका बच्चा उत्तराखंड राज्य के विकासनगर-हर्बटपुर में स्थित लेहमन अस्पताल में उपचाराधीन बताए जा रहे है।
मीडिया में मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने उत्तराखंड के लेहमन अस्पताल में इलाज करवा रहे दंपति का बयान दर्ज करके हादसे के तीन दिन बाद बुधवार देर रात को विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया हैं।
उधर, शिलाई पुलिस थाना के प्रभारी मस्त राम ठाकुर ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया की एनएच 707 का निर्माण कार्य कर रही निजी कंपनी के खिलाफ बारूदी ब्लास्टिंग के दौरान लापरवाही बरतने पर आईपीसी की धारा 336 और 337 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। अन्वेषण अधिकारी द्वारा मामले की गहनता से जांच की जा रही हैं।