नाहन, 8 दिसंबर : डाॅ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज में वर्क प्रेशर की वजह से गायनी विशेषज्ञ डॉ. प्रतिभा मेंटल ट्रामा की हालत में पहुंच चुकी हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि अकेले ही गायनी ओपीडी के अलावा वार्ड व ऑपरेशन थियेटर को भी संभालना पड़ रहा है। खतरा इस बात का भी है कि लगातार डयूटी देने के कारण प्रसूति कक्ष में अनहोनी की आशंका से इंकार नहीं किया जा रहा। लगातार कार्य करने से थक चुकी डाॅ. प्रतिभा अनहोनी के डर से ही बेहद मुश्किल स्थिति के दौर से गुजर रही हैं।
ऐसी ही हालत में डॉ. प्रतिभा को सजेरियन भी करने पड़ रहे है। 6 नवंबर 2021 को गायन विशेषज्ञ डाॅ. अमोघ छुट्टी पर चले गए थे। उसके बाद ये कार्य दो चिकित्सकों के हवाले आ गया। लेकिन हालात उस समय संवेदनशील हो गए, जब 23 नवंबर 2021 को डाॅ. ललित महाजन को भी तबीयत खराब होने की वजह से छुट्टी लेनी पड़ी। ऐसे में आपातकालीन स्थिति में डाॅ. प्रतिभा को दिन-रात डयूटी करनी पड़ रही है। जब लगातार डयूटी करते-करते डाॅ. प्रतिभा की अति हो गई तो अपना दुखड़ा लेकर मेडिकल काॅलेज के प्रधानाचार्य के पास पहुंची, लेकिन वहां से उन्हें चिकित्सा अधीक्षक से बात करने को कहा गया।
हैरान कर देने वाली बात यह है कि मेडिकल अधीक्षक से डाॅ. प्रतिभा को ये जवाब मिला कि आपको ही डयूटी करनी पड़ेगी। बता दें कि अपने हालात से डाॅ. प्रतिभा ने एमएस को दो बार लिखित रूप से अवगत करवाया। गौरतलब है कि कोविड काल के दौरान मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक वेंटिलेटर की इंस्टॉलेशन को लेकर झूठ बोलने के आरोपों में भी घिरे थे।
आपको बता दें कि नाहन मेडिकल कॉलेज पर गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य व प्रसूतियों को लेकर न केवल मुख्यालय बल्कि पांवटा साहिब, शिलाई व रेणुका जी इत्यादि क्षेत्रों का भी दबाव है। अगर मेडिकल काॅेलज में नजर दौड़ाई जाए तो गर्भवती महिलाओं की ओपीडी के बाहर लंबी कतार नजर आ जाएगी। कुल मिलाकर सवाल ये है कि अगर कुछ अनहोनी होती है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी।