शिमला, 08 दिसंबर : हिमाचल प्रदेश में शारीरिक शिक्षक( CP. Ed) कई वर्षों से बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। नौकरी की आस में बेरोजगारों के 15 से 20 साल बीत गए हैं। सरकार की गलत नीतियों ने प्रदेश के हजारों शारीरिक शिक्षकों के भविष्य को खत्म कर दिया है। शारीरिक शिक्षा संघ का कहना है कि सरकार ऐसे प्रशिक्षण को देना बंद करें, जिसमें पूरी जिंदगी न्याय पाने के लिए कोर्ट के चक्कर लगाने पड़े।
संघ का कहना कि शिक्षकों को प्रशिक्षण लिए 15 से 20 साल हो चुके हैं। शिक्षक न्याय पाने के लिए सरकार तो कभी कोर्ट में चक्कर काट रहे हैं। भाजपा व कांग्रेस ने 15-20 सालों से झूठा आश्वासन ही दिए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि अपने चहेतों को बैक डोर एंट्री के माध्यम से नौकरियां दी जा रही है। शारीरिक शिक्षकों को छोड़कर सरकार अन्य सभी प्रशिक्षण करने वालों की बैच वाइज भर्तियां करवा रही है, परन्तु सरकार शारीरिक शिक्षक की और ध्यान ही नहीं दे रही है।
सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रदेश में हजारों शारीरिक शिक्षकों के साथ कई वर्षों से खिलवाड़ हो रहा है।संघ ने जल्द ही अनशन शुरू करने की चेतावनी भी दी है। इससे पहले मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से इस विषय में मुलाकात की जाएगी।