नाहन, 6 दिसंबर : चंद बरस पहले वजूद में आए अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल द्वारा लीक से हटकर कुछ करने की कोशिश लगातार की जाती है। इसी श्रृंखला में पतन के गर्क में समा चुके फु टबाॅल के खेल को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया गया है।
खास बात ये है कि इसके लिए फुटबाॅल के नेशनल कोच रह चुके मोहम्मद अली की सेवाएं ली गई हैं। विद्यालय ने हिल टाइगर फुटबाॅल क्लब की सहभागिता से अकादमी की शुरूआत की है। सांयकालीन सत्र में 6 से 18 साल तक के लड़कों व लड़कियों को फुटबाॅल की कोचिंग प्रदान की जाएगी। बता दें कि अकादमी में प्रशिक्षक के रूप में तैनात मोहम्मद अली ने तकनीकी निदेशक (एएफसी) के तहत ‘ए’ लाइसेंस की कैटेगरी में अपनी सेवाएं विगत में दी हैं। वो 30 सालों तक भारतीय खेल प्राधिकरण के मुख्य कोच व कार्यक्रम अधिकारी भी रहे हैं।
भारतीय खेल प्राधिकरण से मुख्य प्रशिक्षक के पद से रिटायर होने के बाद एशियन फुटबाॅल फैडरेशन में ‘ए’ कोचिंग लाइसेंस कोच हैं। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि अरिहंत इंटरनेशनल विद्यालय व हिल टाइगर फुटबाॅल क्लब द्वारा नई क्षमताओं व योग्यताओं को खोजने का प्रयास हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि 90 के दशक तक शहर का फुटबाॅल न केवल उत्तर भारत बल्कि देश के कई अन्य हिस्सों में भी मशहूर रहा। मगर धीरे-धीरे ये पतन के गर्क में समा गया। निश्चित तौर पर स्कूल द्वारा पुराने वैभव को वापस हासिल करने की कोशिश सराहनीय है। कोच मोहम्मद अली ने बताया कि हरेक उम्र के खिलाड़ियों की क्षमता को निखारने का प्रयास किया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान छात्रों को फुटबाॅल खेल की तकनीक, सूक्ष्म बिन्दू व समूह में अपने खेल को विकसित करने पर बल दिया जाएगा, ताकि भविष्य में नाहन क्षेत्र अच्छे खिलाड़ियों को तैयार कर सके।
स्कूल के चेयरमैन अनिल जैन ने कहा कि इस अकादमी को शुरू करने की योजना पर काफी पहले से कार्य हो रहा था। उन्होंने भी शहर के फुटबाॅल को बुलंदियों पर देखा है। वो चाहते हैं कि दोबारा वो वैभव लौटे। महासचिव सचिन जैन ने टाइगर क्लब के चेयरमैन कोच मोहम्मद अली की सहभागिता से अकादमी शुरू करने पर खुशी जाहिर की। प्रधानाचार्य राजेश सोलंकी ने बच्चों को फुटबाॅल अकादमी का लाभ उठाने का आहवान किया है।