मंडी, 02 दिसंबर : कोरोना महामारी के मुश्किल दौर में कोविड केयर सेंटर में आउटसोर्सिंग स्टाफ के तौर पर अपनी सेवाएं देने वाली स्टाफ नर्सों को आउटसोर्स कंपनियों ने अब बाहर का रास्ता दिखा दिया है, जिससे स्टाफ नर्सों में भारी रोष है। वीरवार को स्टाफ नर्सों ने ओरिएंटल फाउंडेशन के बैनर तले सेरी चानणी पर धरना प्रदर्शन किया और दोबारा उनकी सेवाएं बहाल करने की मांग उठाई। इस दौरान दो दर्जन से ज्यादा स्टाफ नर्स मौजूद रहीं।
इस मौके पर स्टाफ नर्स प्रियंका ठाकुर, हर्षा शर्मा और लक्ष्मी ने बताया कि 6 महीने पहले 60 स्टाफ नर्सों की ड्यूटी कोविड केयर सेंटर खलियार मंडी में लगाई गई थी। इस दौरान उन्होंने जिला के अन्य अस्पतालों में भी अपनी जान जोखिम में डाल कर अपनी सेवाएं दी, परंतु उन्हें अब कंपनी ने बिना बताए 16 नवंबर से उनकी सेवाओं को बंद कर दिया है।
स्टाफ नर्सों का कहना है कि कोरोना महामारी के दौर में उन्होंने अपने परिवार से अलग रह कर भी लगातार अपनी सेवाएं दीं लेकिन आज उन्हें इसके बदले बाहर निकाला जा रहा है।
बता दें कि पिछले हफ्ते स्टाफ नर्सों ने अपनी मांगों का एक ज्ञापन प्रदेश सरकार को भी प्रेषित किया था, स्टाफ नर्सों ने जयराम सरकार से उनके लिए पॉलिसी बनाने की मांग उठाई है।
उनका कहना है कि नई पॉलिसी में यदि उन्हें नजरअंदाज किया जाता है तो वह सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर देंगी। जिसकी जिम्मेदार हिमाचल प्रदेश की सरकार होगी।