जोगिंदरनगर/ लक्की शर्मा : दक्षिणा काली आश्रम के संचालक बीड़ के स्वामी विशुद्धानंद जी सरस्वती गुरुवार सुबह 3:15 बजे सांसारिक लोक से विदा हो गए। स्वामी विशुद्धानंद जी सरस्वती पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और पालमपुर स्थित विवेकानंद अस्पताल में उपचाराधीन थे।
तड़के 3:15 बजे के करीब उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन का समाचार सुनते उनके अनुयायी चिकित्सालय पहुंचने शुरू हो गए। स्वामी विशुद्धानंद जी सरस्वती के अनुयायी उन्हें 145 वर्ष का बताते है। स्वामी जी के हजारों लाखों अनुयायी थे और उनका अंतिम संस्कार (समाधि) शुक्रवार बीड़ में दी जाएगी।
बताया जाता है कि स्वामी विशुद्धानंद सरस्वती काफी साल पहले बीड़ में आए थे और यहां एक छोटे से आश्रम की स्थापना की थी। आश्रम में ही मां दक्षिणा काली का मंदिर भी उन्होंने स्थापित करवाया था। उनसे कई रहस्य से जुड़े हुए थे। उनसे मिलने कई वीआईपी लोग भी आते थे। लेकिन वह सभी से बराबर ही मिलते थे। उन्होंने कभी भी गरीब और अमीर में भेदभाव नहीं रखा।