मंडी,26 नवंबर : हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के ड्रीम प्रोजेक्ट बल्ह में प्रस्तावित हवाई अड्डे का विरोध लगातार जारी है। शुक्रवार को भी “बल्ह बचाओ संघर्ष समिति” व किसान संगठनों ने संयुक्त रूप से मंडी के सेरी चांदनी पर प्रस्तावित हवाई अड्डे के विरोध में प्रदर्शन किया। इसके बाद एयरपोर्ट के विरोध में संघर्ष समिति ने उपायुक्त अरिंदम चौधरी के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक ज्ञापन भी भेजा।
समिति ने मांग उठाई है कि सीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट बल्ह की उपजाऊ जमीन के बदले किसी अन्य स्थान पर बनाया जाए। मौके पर “बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति” के अध्यक्ष जोगिंदर वालिया ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पिछले 4 वर्षों से किसानों से बात तक नहीं कर रहे है और किसान सीएम से पूछना चाहते हैं कि बल्ह की उपजाऊ भूमि में ही हवाई अड्डे का निर्माण क्यों किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बल्ह में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाए जाने से यहां के लगभग 2500 परिवार प्रभावित हो रहे हैं, जिनकी आबादी 12000 से अधिक है। हवाई अड्डे की वजह से किसान भूमिहीन व विस्थापित हो जाएंगे साथ ही बल्ह क्षेत्र का नामोनिशान ही मिट जाएगा।
समिति के सचिव नंदलाल वर्मा ने कहा कि बल्ह में जमीन बहुत ही उपजाऊ है। एक वर्ष में लगभग 400 करोड़ रुपए की आमदनी टमाटर की खेती से होती है। उन्होंने कहा कि एक तरफ स्वयं मुख्यमंत्री मान रहे हैं कि बल्ह कि जमीन उपजाऊ है और इसे मिनी पंजाब कहा जाता है, वहीं दूसरी तरफ हैरानी इस बात कि है कि मुख्यमंत्री बल्ह के किसानों को विश्वास में न लेकर एकतरफा चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बल्ह के किसान अपनी उपजाऊ जमीन किसी भी हालात में नहीं देना चाहते और मुख्यमंत्री अपनी जिद पर अड़े हुए हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि प्रस्तावित एयरपोर्ट को गैर उपजाऊ जमीन पर बनाया जाए नहीं तो सीएम जयराम ठाकुर को आने वाले दिनों में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।