मंडी, 26 नवंबर : 26 नवंबर शुक्रवार को जहां पूरे भारत में संविधान दिवस मनाया गया, वहीं हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में भी इस मौके पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में वल्लभ क्लस्टर विश्वविद्यालय मंडी में एनसीसी और पत्रकारिता विभाग के संयुक्त तत्वाधान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता वल्लभ कालेज मंडी की उप प्राचार्या सीमा बावा ने की।
कार्यक्रम के दौरान संविधान निर्माता का जीवन वृतांत, संविधान विषय पर आधारित भाषण और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें कालेज के छात्र-छात्राओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। इस मौके पर सभी उपस्थ्ति समूह को संविधान की शपथ भी दिलाई गई। इस मौके पर कॉलेज उप प्राचार्य सीमा बावा ने इस मौके पर सभी देशवासियों को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि संविधान के अनुरूप ही सभी कार्य करने चाहिए जो कि संविधान की गरिमा को बनाए रखने और देश की अखंडता और सर्व प्रभुसत्ता संपन्नता के लिए अति आवश्यक है। वहीं इस मौके पर सीमा बावा ने कहा कि आज के समय में देश में छुआछूत जैसी कुरितियों को जड़ से खत्म करने की आवश्यक्ता है।
उन्होंने कहा कि देश के संविधान निर्माता के अंतिम वचनों में उन्होंने इन बुरी प्रथाओं को समाज के लिए घातक बताया है। इसके साथ ही एक नोबलिस्ट ने भी अपने नोबल में अनटचेबिलिटी को लेकर समाज को जगाने के लिए काफी बातें लिखी हैं। सीमा ने बताया की प्राचीन काल से ही कर्मों के आधार पर जीवन बंटा था लेकिन धीरे-धीरे जातियां बनीं और समाज में छुआछूत जैसी कुरितियां बढ़ने लगी जो कि सही नहीं हैं।
बता दें कि 26 नवंबर 1950 को भारत के संविधान को लागू किया गया था, जिसके चलते शुक्रवार को मंडी जिला के सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं के द्वार इस दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया व संविधान के अनुरूप कार्य करने की सभी को शपथ भी दिलाई गई।