शिमला, 25 नवंबर : प्रदेश की चार सीटों पर हुए उपचुनाव में हार की एक वजह जहां अति आत्मविश्वास रहा है, वहीं कुछ स्थानों पर अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधि भी रही है। इसके साथ-साथ सहानुभूति फैक्टर भी चुनाव में अहम रहा है। इन सभी कारणों पर प्रदेश कार्यसमिति की शिमला में चल रही बैठक में चर्चा हो रही है और इन्हें सामने रखते हुए आगे की रणनीति बनाई जाएगी। प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी।
कहा कि प्रदेश में हुए चार उपचुनावों में कांग्रेस को मिली जीत के बाद इनके नेता हवा में हो गए हैं। वे ऐसे बात कर रहे हैं, मानों 2022 के चुनाव जीत गए हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि दिल्ली अभी दूर है। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि वह सत्ता में लौटने का सपना ले रही है, लेकिन उनका मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन है।
रणधीर शर्मा ने कहा कि पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में किन कारणों से हारे हैं, उनकी भी समीक्षा हो रही है। चर्चा के दौरान कई बातें सामने आई हैं और उन सभी पहलुओं को देखते हुए ही आगे की रणनीति बनाई जा रही है।
रणधीर शर्मा ने कहा कि अभी तो केवल उपचुनाव ही हुए थे और कांग्रेस ऐसे बात कर रही है मानों वह विधानसभा जीत गई हों। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अभी तक यह भी नहीं बता पाई है कि उसका मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन सा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में 12-13 नेता मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं और इससे साफ है कि कांग्रेस कितने गुटों में बंटी है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों को अभी एक साल है। भाजपा इसके लिए पूरी तैयारी कर रही है और एक तय रणनीति बनाकर चुनाव में उतरेगी और 2022 के चुनाव में जीत दर्ज करेगी।