मंडी, 25 नवंबर : देश व प्रदेश में लगातार बढ़ रही महंगाई के विरोध में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की सदर लोकल कमेटी ने मंडी शहर के सेरी चांदनी में धरना प्रदर्शन किया। वीरवार को किए गए धरने प्रदर्शन के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने केंद्र व प्रदेश की सरकारों के खिलाफ जमकर नारे भी लगाए। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के अनुसार पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस और अन्य खाद्य की कीमतें जिस रूप में बढ़ रही हैं, उससे आम जनता का जीवन यापन मुश्किल हो गया है।
माकपा का मानना है कि हाल ही में पेट्रोल और डीजल के दामों में की गई कटौती नाकाफी है, यदि सरकारें आम जनता को राहत देना चाहती हैं तो पेट्रोल और डीजल में लगाई जा रही एक्साइज ड्यूटी के साथ जितने भी प्रकार के कर लगाए जा रहे हैं,उन्हें खत्म किया जाए। इसके साथ ही रसोई गैस के दामो में भी कटौती की जाए और पहले की तरह सब्सिडी दी जाए, ताकि आम जनता को राहत मिले।
इस मौके पर मंडी सदर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव सुरेश सरवाल ने कहा कि आज महंगाई चरम पर पहुंच गई हैं, सब्जियां भी 60 रुपये से ज्यादा प्रति किलो है और दालें भी महंगी है, खाने का तेल और रसोई गैस का सिलेंडर भी 1100 रुपये के आसपास पहुंच चुका है। पार्टी ने मांग उठाई है कि जनता को राहत देने के लिए महंगाई और कम करने के लिए सरकार कदम उठाए।
सुरेश ने कहा कि मार्क्सवादी पार्टी किसानों व प्रभावितों के आंदोलन का पूरा समर्थन करती है और सरकार से मांग करती है हठ धर्मिता छोड़कर एयरपोर्ट के नाम पर किसानों की जमीन लेने की योजना को तुरंत रद्द कर दें। इसके साथ साथ प्रदेश भर के भूमि अधिग्रहण से प्रभावित किसानों की मांगों का पार्टी ने पूरा समर्थन किया है। माकपा की मांग है की पूरे जिला में 120 दिन का काम सभी आवेदकों को सुनिश्चित किया जाए और 4 महीने से जिन कामगारों को वेतन का भुगतान नहीं हुआ है उसे भी तुरंत प्रभाव से दिया जाए।
माकपा का कहना है कि देश में बेरोजगारी चरम सीमा पर है लेकिन सरकार की नाकामियों के चलते पढ़ा-लिखा युवा दर बदर की ठोकरें खा रहा है, उन्हें कहीं भी रोजगार नहीं मिल रहा है। इस प्रदर्शन में मंडी ज़िला कमेटी के राजेश शर्मा, वीना वैद्य, रमेश गुलेरिया, सुरेन्द्र, रीना, सुनीत, उपेंद्र, अनिल, गोपेंद्र, मनीराम, काशी, वेद कुमार इत्यादि ने हिस्सा लिया।