शिमला, 19 नवंबर : राजधानी शिमला में दिवाली की रात तेंदुए द्वारा 5 साल के मासूम बच्चे को घर के आंगन से उठाकर मारने की घटना के बाद वन विभाग को अहम सफलता मिली है। वन्य विभाग द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में लगाए गए पिंजरे में एक खूंखार तेंदुआ कैद हुआ है।
शहर के खलीनी से लगते कनलोग में लगाए गए पिंजरे में तेंदुआ बीती रात गिरफ्त में आया है। तेंदुए को टूटी कंडी स्थित रेस्क्यू सेंटर लाया गया है। हालांकि फिलहाल कैद हुआ तेंदुआ आदमखोर है इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। विभाग द्वारा तेंदुआ की लार के सैंपल परीक्षण को भेजे जाएंगे जिससे स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। तब तक नियुक्त वन विभाग के कर्मी क्षेत्र में गश्त करते रहेंगे।
बता दें कि वन विभाग द्वारा शहर में लगाये गए ट्रैप कैमरों में पांच तेंदुए घूमते पाए गए हैं। इससे शहरवासियों में खौफ का माहौल है। दरअसल बीते 4 नवम्बर को दिवाली की रात डाउनडेल में घर के आंगन में फुलझड़ी जला रहे 5 साल के मासूम बच्चे को तेंदुआ उठा कर ले गया था। बच्चे का शव दो दिन बाद साथ लगते जंगल में क्षत-विक्षत अवस्था में बरामद हुआ था। इससे पहले अगस्त के महीने में तेंदुए ने खलीनी कस्बे में एक किशोरी को मार डाला था।
शहर में शाम ढलते कई जगह तेंदुआ नजर आ चुका है। शहर की कई सामाजिक संस्थाएं तेंदुए को आदमखोर घोषित कर मारने के आदेश जारी करने की प्रशासन से मांग कर रहे हैं।