शिमला, 16 नवम्बर : हिमाचल प्रदेश करुणामूलक संघ ने अपनी विभिन्न लंबित मामलों को लेकर मंगलवार को राजधानी शिमला में शेर ए पंजाब से लेकर उपायुक्त कार्यालय तक रैली निकालकर सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया। इस रैली में करुणामूलक परिवार के सदस्य भी शामिल हुए। संघ के प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार ने सरकार पर उनके हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि लगभग 110 दिनों से यह करुणामूलक परिवार कालीबाड़ी मंदिर के पास एक वर्षा शालिका में क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे हैं, परंतु सरकार इनके प्रति उदासीन है तथा उनके हक में कोई फैसला नहीं ले पा रही है। उनका कहना है कि ऐसा कोई जनमंच नहीं है जहां पर इन्होंने आवाज ना उठाई हो वर्तमान सरकार के मंत्रियों से लेकर मुख्यमंत्री के समक्ष भी इन करुणामूलक परिवारों की पीड़ा कोउजागर किया परंतु आश्वासनों के सिवा इन परिवारों को कुछ नहीं मिला। ऐसा कोई विधानसभा क्षेत्र नहीं है जहां पर यह मुख्यमंत्री व मंत्रियों से ना मिले हो। परंतु सरकार के झूठे आश्वासनों के कारण यह परिवार दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हो गए हैं परंतु सरकार के कानों में जू तक नहीं रेंग रही है।
उनका कहना है कि सरकारी नौकरी देने के मामलों पर अभी सरकार कोई अंतिम फैसला नही ले पाई है, जबकि सरकार के पास विभिन्न विभागों में 4500 से ज्यादा मामले हैं तथा प्रभावित परिवार करीब 15 साल से नौकरी का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने चेताया कि अगर सरकार अभी भी इन करुणामूलक परिवारों के हित में कोई फैसला नहीं लेगी तो अब यह परिवार चुप नहीं बैठेंगे और आने वाले समय पर उग्र आंदोलन करेंगे।
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