शिमला, 08 नवंबर : सिरमौर जिला के पच्छाद हल्के से ताल्लुक रखने वाली कांग्रेस नेत्री दयाल प्यारी की प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव नियुक्त करने पर एक बार फिर बवाल मच गया है। इस मुद्दे पर सोमवार को राजधानी शिमला स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में खूब ड्रामा हुआ। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गंगू राम मुसाफिर को दयाल प्यारी की नियुक्ति रास नहीं आई है। गंगू राम मुसाफिर पच्छाद हल्के से कई बार विधायक रहे हैं।
गंगूराम मुसाफिर ने दयाल प्यारी की नियुक्ति पर दो टूक चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि पच्छाद के साथ जिस तरह की राजनीति की जा रही है वह ठीक नहीं है। इस दौरान 200 से अधिक कार्यकर्ता शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने इसके बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर से मुलाकात की।
सोमवार को पच्छाद ब्लॉक कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर की अध्यक्षता में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचा। कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में महासचिव संगठन रजनीश किमटा से मुलाकात की और इस नियुक्ति का विरोध जताया। इस दौरान पार्टी पदाधिकारियों के साथ तीखी नोकझोंक हुई।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस तरह की नियुक्तियां कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पूरे मंडल ने इस्तीफा देने की भी पेशकश की है। इससे पहले सोलन नगर निगम चुनाव के दौरान दिल्ली में प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला के समक्ष दयाल प्यारी को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई गई थी। उस वक्त भी दयाल प्यारी को कांग्रेस में शामिल करने के लिए न तो ब्लॉक कांग्रेस कमेटी से कोई प्रस्ताव आया था, न ही जिला कांग्रेस कमेटी ने उनके नाम का अनुमोदन किया था।