नाहन, 8 नवंबर : क्या आप, विश्वास करेंगे…स्वास्थ्य विभाग की कोई महिला खंड स्वास्थ्य अधिकारी देर रात को सड़क के किनारे बैठकर कोविड की वैक्सीन लगवाने वालों का इंतजार करेगी। ऐसा नहीं, टीम के सदस्य भी मुस्तैद हैं। शहर के चौगान में पुलिस कंट्रोल रूम के समीप चंद रोज से खंड स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मोनिषा अग्रवाल सड़क से गुजरने वाले हर व्यक्ति से ये पूछती नजर आती है कि क्या आपने वैक्सीन की दूसरी डोज ली है। अगर कोई इंकार करता है तो उसे विनम्रता से डोज लगवाने की गुजारिश करती है।
ठंड के बावजूद भी हौंसला बुलंद होता हैै। निश्चित तौर पर ऐसे कर्मठ कार्यकर्ताओं की बदौलत हीे सिरमौर ने पहली डोज में सौ फीसदी लक्ष्य हासिल किया है। बीती रात करीब पौने 9 बजे के आसपास डाॅ. मोनिषा अग्रवाल ने खुद 150वीं डोज लगाई। रात साढ़े 9 बजे तक वो वैक्सीन लगवाने वालों के लिए मौके पर ही डटी रही। 151वीं डोज लगाने के बाद वो अपनी टीम सहित मौके से रवाना हुई। बता दें कि वैश्विक महामारी के दौरान बीएमओ डाॅ. मोनिषा अग्रवाल ने कोई कोर कसर नहीं रखी।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से मौके पर ही बातचीत में डाॅ. मोनिषा अग्रवाल ने कहा कि डोज न लगवाने वालों की सूची वो अपने साथ रखती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि कोविड वैक्सीन लगवाने में कोई हर्ज नहीं है। पब्लिक को वालेंटियर तौर पर वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आना चाहिए, अन्यथा बार-बार आग्रह करने से विभाग की टीम भी सुस्त पड़ जाएगी। टीम को बेवजह ही थकावट का सामना भी करना पड़ता है।
उल्लेखनीय है कि कोविड संकट में बेहतरीन कार्य करने के लिए सरकार द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है। बीएमओ की कार्यशैली देखकर ये साफ जाहिर होता है कि वो किसी सम्मान के लिए कार्य नहीं कर रही हैं।
उधर, मौके पर मौजूद बीएमओ की सहयोगी डाॅ. छवि ने कहा कि अपने सीनियर की ऐसी कार्यशैली को देखकर उन्हें भी प्रोत्साहन मिलता है। वो भी उनकी टीम का हिस्सा बने रहना चाहती है। 7 नवंबर को नाहन में 150वीं डोज लगवाने वाले युवक ने कहा कि वो इस बात को देखकर हैरान रह गए कि रात को 9 बजे भी कोविड वैक्सीन लग सकती है।