सुंदरनगर, 08 नवंबर : अभी शिमला में जानवर द्वारा मासूम की जिंदगी पर हमला करने का मामला थमा नहीं था। सोमवार सुबह सुंदरनगर के ग्रामीण क्षेत्र में एक तेंदुए ने जमकर उत्पात मचाया। गनीमत यह रही कि तेंदुए का शिकार कोई ग्रामीण नहीं बना।
समय रहते गांव के सेवानिवृत्त सूबेदार बेसर राम उर्फ गोपाल द्वारा बहादुरी का परिचय देते हुए उसे पकड़ लिया गया। मामला मंडी जिला के विकास खंड सुंदरनगर की ग्राम पंचायत पलौहटा के गांव नैहरा का है। जहां पिछले कई दिनों से घात लगाकर लगभग 70 मुर्गियों को डकारने वाले तेंदुए को पकड़ लिया गया। जानकारी देते हुए सेवानिवृत्त सूबेदार बेसर राम उर्फ गोपाल ने कहा कि पिछले कई दिनों से तेंदुआ घात लगाकर मुर्गियों को खाता जा रहा था। तेंदुआ लगभग 70 मुर्गियों को डकार गया। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन मुर्गियां कम होने को लेकर वे भी परेशान थे।
सोमवार सुबह 5 बजे उन्होंने मुर्गियों के चिल्लाने की आवाज सुनकर मुर्गीखाने की ओर गए। इस पर उन्होंने मौके पर एक खूंखार तेंदुए को मुर्गीखाने में मुर्गियों को खाते हुए पाया। बेसर राम ने कहा कि उन्हें देखकर तेंदुए ने उन पर पर भी हमला करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने मुस्तैदी के साथ मुर्गीखाने का दरवाजा बंद कर दिया। इससे तेंदुआ मुर्गीखाने में कैद हो गया। वहीं घटना की सूचना मिलते ही मौके पर वन और पुलिस विभाग की टीम भी पहुंच गई और कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए को बेहोश कर कब्जे में लिया गया।
वहीं वन विभाग के आरओ पीयूष शर्मा ने कहा कि सूचना मिलने पर विभाग विभाग की टीम द्वारा तेंदुए को काबू किया गया है।