शिमला, 07 नवम्बर : राजधानी शिमला के डाउनडेल इलाके में पांच साल के मासूम योगराज की मौत तेंदुए के हमले में हुई थी। आदमखोर तेंदुआ बच्चे को मुंह में उठाकर लगभग 400 मीटर दूर जंगल में ले गया था। खोज अभियान में जुटी टीमों ने तीन टुकड़ों में बच्चे के शव को बरामद किया था। आईजीएमसी शिमला में रविवार को बच्चे के शव का पोस्टमार्टम हुआ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पोस्टमार्टम में डॉक्टरों को जानवर के बाल मिले हैं। इस बात ये तस्दीक हो रही है कि तेंदुए ने ही बच्चे को शिकार बनाया था। हालांकि पुलिस अभी पोस्टमार्टम व फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम के दौरान हड्डियों के बीच मिले बाल को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब जुन्गा भेज दिया गया है। कुछ और सैंपल भी जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजे गए हैं। हालांकि अभी इस पर पुलिस और डॉक्टर कुछ भी कहने से इंकार कर रहे हैं। लेकिन विशेषज्ञों की थ्योरी बता रही है कि जंगली जानवर बच्चे को मुंह में उठाकर लग गया और सुरक्षित स्थान पर जाकर उसे नोच नोचकर खाया।
पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव को आज स्वजनों को सौंप दिया है। दोपहर बाद इसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकता है।
इस बीच वाइल्ड लाइफ विंग की टीम रविवार को दोबारा डाउनडेल के जंगल पहुंची और टीम ने जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया। जंगल में लगाए गए ट्रैप कैमरे की फुटेज भी देखी गई, लेकिन इसमें तेंदुए की कोई मूवमेंट नहीं दिखी। कुछ अन्य जानवर इसमें देखे गए हैं। आदमखोर तेंदुए द्वारा बच्चे को शिकार बनाने के बाद शहर में दहशत का माहौल है। लोग सुबह और शाम को अकेले घरों से बाहर निकलने में भी डर रहे हैं।