नाहन, 3 नवंबर : सिरमौर के ददाहू के बडौन के रहने वाले एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो विवेक ठाकुर ने विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण कर सीआईएसएफ में सहायक कमांडेंट का रूतबा हासिल किया है। यूपीएससी द्वारा एक नवंबर की शाम परिणाम घोषित किया गया था। सब इंस्पेक्टर के पद पर एनएसजी में तैनात विवेक ठाकुर 2019 में उस समय चर्चा में आए थे, जब एनएसजी ने पहली बार माउंट एवरेस्ट को फतेह किया था। खास बात है कि जिस दिन एनएसजी ने माउंट एवरेस्ट को फतेह किया था, उसी दिन घर में बेटी की किलकारी गूंजी थी।
बता दें कि सीआईएसएफ में सामान्य श्रेणी से 20 को इस परीक्षा में सफलता मिली है। इसमें से विवेक ठाकुर भी एक हैं। करीब 31 साल के विवेक ठाकुर लगभग 6 साल से एनएसजी का हिस्सा हैं। बता दें कि सीआईएसएफ से चुनिंदा को ही एनएसजी में सेवा करने का मौका प्रतिनियुक्ति के आधार पर मिलता है। माउंट एवरेस्ट को फतेह करने के बाद जब कमांडो विवेक ठाकुर घर लौटे थे तो उनकी बेटी तीन महीने की हो चुकी थी।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने वो भावुकता के पल भी पाठकों से शेयर किए थे। 30 मार्च 2019 को विवेक दिल्ली से अपनी टीम के साथ राष्ट्रीय व एनएसजी ध्वज लेकर एवरेस्ट की चढ़ाई को निकले थे। एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में विवेक ने कहा कि वो अब एनएसजी से वापस अपने पेरेंटल आर्गेनाईजेशन सीआईएसएफ में लौटेंगे, ताकि वो सहायक कमांडेंट की 6 महीने की ट्रेनिंग ज्वाइन कर सकें। उनका कहना था कि निश्चित तौर पर ही खुशी हुई है कि विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण हो गई हैै।
कैसे है बेटी सौभाग्यशाली….
करीब अढ़ाई साल की हो चुकी शिवेष्टा ठाकुर अपने पिता के लिए जन्म से ही भाग्यशाली साबित हुई है। एवरेस्ट की चढ़ाई के दौरान विवेक की तबीयत खराब थी, मगर जैसे ही घर पर बैठी की किलकारी गूंजी, वो पूरी तरह से फिट हो गए। इसके बाद वैश्विक महामारी के कारण एनएसजी में विवेक का कार्यकाल बढ़ गया। 2020 में विभागीय परीक्षा में अपीयर हुए तो इससे जुड़ी तमाम मुश्किलें चुटकी बजाकर हल हो गई। अब वो पल आए हैं, जब नन्हीं बच्ची के पिता को सहायक कमांडेंट बनने का गौरव हासिल हुआ है। विशेष बातचीत के दौरान विवेक ने कहा कि सच में बेटी अनमोल होती है। महज, दो-अढ़ाई साल में ही जीवन की दिशा बदल दी है। उन्होंने बताया कि परिणाम घोषित होने से पहले इत्तफाकन वो केदारनाथ गए हुए थे। वापस लौटते हुए दोस्त ने परीक्षा उत्तीर्ण होने की सूचना दी। उन्होंने कहा कि सबकुछ ठीकठाक रहा तो वो भविष्य में दोबारा गौरवशाली संस्थान एनएसजी में सेवाएं देना चाहेंगे। बता दें कि विवेक ठाकुर ने अर्द्धसैनिक बल सीआईएसएफ में 2012 में सब इंस्पेक्टर के तौर पर सेवाएं शुरू की थी। 2015 में उन्हे एनएसजी में ब्लैक कैट कमांडों के पद पर प्रतिनियुक्ति मिली।