धर्मशाला, 31 अक्तूबर : हिमाचल की राजनीति में दबंग नेता के तौर पर पहचान रखने वाले पूर्व मंत्री जीएस बाली रविवार शाम सवा 5 बजे के आसपास मां चामुंडा नंदीकेश्वर धाम में पंचतत्व में विलीन हो गए। अनंत यात्रा के दौरान हजारों की भीड़ भी धाम तक अंतिम दर्शन के लिए साथ पहुंची थी। इससे पहले दिवंगत नेता की पार्थिव देह को दशनार्थ हेतु भी रखा गया था। बेटे रघु बाली ने पिता को मुखाग्नि दी।
इस दौरान हिमाचल कांग्रेस के करीब-करीब तमाम वरिष्ठ नेता इस मौके पर मौजूद थे। साथ ही सूबे के वन मंत्री राकेश पठानिया ने भी अंतिम संस्कार में पहुंच कर बेबाक राजनीति करने वाले जीएस बाली को श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दें कि शुक्रवार रात करीब 2 बजे जीएस बाली का दिल्ली के एम्स में निधन हो गया था। हवाई मार्ग से पार्थिव देह को गगल एयरपोर्ट शनिवार शाम लाया गया था।
दिवंगत बाली के निधन के बाद कांगड़ा में कांग्रेस के लिए एक शून्य भी पैदा हो गया है। हालांकि, बेटा रघुवीर बाली राजनीति में धीरे-धीरे सक्रिय हो चुका है। वो राष्ट्रीय स्तर पर भी जिम्मेदारी संभाल रहा है। 27 जुलाई 1954 को जन्में जीएस बाली ने 1998 में पहली बार विधानसभा में कदम रखा था। इसके बाद वो लगातार तीन चुनाव जीते। 2003 में कैबिनेट मंत्री बनने का गौरव हासिल किया था। लगातार चार चुनाव जीते बाली 2017 में चुनाव हार गए थे। इसे काफी अप्रत्याशित माना गया था।
वो राजनीति के साथ-साथ एक समाजसेवक के रूप में भी अपनी पहचान कायम कर चुके थे। उधर, युवा कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने इस दौरान कहा कि दिवंगत बाली हर कार्य को हर समय करने के लिए सक्षम थे।