शिमला, 30 अक्टूबर : सूबे की हॉट सीट जुब्बल कोटखाई में मतदाताओं ने लोकतंत्र के महापर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। राज्य निर्वाचन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जुब्बल कोटखाई में 78.75 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। चार सीटों पर उपचुनाव में सबसे ज्यादा वोटिंग जुब्बल-कोटखाई में हुई है। जुब्बल कोटखाई में 81.9 फीसदी पुरुषों और 75.45 फीसदी महिलाओं ने वोट डाले।
जुब्बल कोटखाई क्षेत्र में कुल 70 हजार 792 मतदाताओं में से 55 हजार 749 ने मतदान किया जिस में से पुरुष 28868 तथा 26881 महिला मतदाता है। मतदान केंद्रों में मतदान करने के लिए दिन में लोगों की लंबी लाइन लग गई थी। मतदाताओं ने वोट के लिए भारी उत्साह दिखाते हुए शाम तक कतारों में खड़े होकर वोट डाले।इस उपचुनाव में वोटिंग का अच्छा प्रतिशत कांग्रेस-भाजपा के लिए चिंता का विषय बन गया है। बंपर वोटिंग को बदलाव का संकेत माना जाता है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व बागवानी मंत्री नरेंद्र बरागटा की मृत्यु के कारण खाली हुई सीट पर हो रहे उपचुनाव में भारी मतदान के पीछे वजह क्या हो सकती है? कहीं ये भाजपा शासित सरकार के खिलाफ मतदाताओं का गुस्सा या चेतन बरागटा के समर्थन में सहानुभूति तो नहीं है, इसका फैसला दो नवम्बर को मतगणना के बाद ही साफ होगा। सनद रहे कि नरेंद्र बरागटा का बेटा चेतन बरागटा भाजपा की टिकट न मिलने पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
प्रचार के दौरान उनकी जनसभाओं में भारी भीड़ देखी गई है। इस सीट पर यूं तो चार उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, लेकिन कांग्रेस के रोहित ठाकुर, भाजपा की नीलम सरैइक और निर्दलीय चेतन बरागटा के बीच मुकाबला माना जा रहा है। रोहित ठाकुर भाजपा सरकार की नाकामियों और बागवानों की अनदेखी के मुद्दों पर चुनाव मैदान में हैं।
नीलक सरैइक ने भाजपा सरकार के अब तक के कार्यकाल को ही मुद्दा बनाया है। वहीं चेतन बरागटा सेब बागवानों के हितों के साथ दिवंगत पिता नरेंद्र बरागटा की सहानुभूति के साथ मतदाताओं के बीच गए हैं। अब चिंतन इस बात का है कि किसका मुद्दा असरदार होगा तथा हल्के की जनता किसे चुनकर विधानसभा भेजेगी।
राजनैतिक प्रेक्षकों का कहना है कि जुब्बल कोटखाई में हुए बंपर मतदान से परिणाम भी काफी चौंकाने वाला आ सकता है। ऐसे में कांग्रेस-भाजपा समेत निर्दलीय उम्मीदवारों को अब मतगणना का बेसब्री से इंतजार है। चुनाव परिणाम को लेकर तरह-तरह की भविष्यवाणी की जा रही है।