बिलासपुर, 30 अक्तूबर : हिमाचल प्रदेश में शादी के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। शादी के लिए नेरचौक गए दूल्हे के लिए न तो मंडप सजा और न ही दुल्हन मिली। इसके बाद बरातियों को बैरंग लौटना पड़ा। बिलासपुर जिले के घुमारवीं के साथ लगती लुहारवीं पंचायत के बरोटा में शादी के नाम पर 1.12 लाख नकद और 1.7 लाख के गहने ठगने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार घुमारवीं क्षेत्र के लुहारवीं पंचायत के बरोटा निवासी जयपाल पुत्र प्रेम सिंह गांव बरोटा डाकखाना लुहारवीं ने घुमारवीं थाना में शिकायत दर्ज कराई है।
बताया कि वह अपने बेटे की शादी के बारे में एक व्यक्ति से मिला, जिसने बताया कि शादी करवाने के लिए 70 हजार का खर्च आएगा। पीड़ित व्यक्ति ने उसी दौरान उस व्यक्ति को दो हजार रुपये नकद दे दिए। वहीं उसके बाद फोन करके उस व्यक्ति ने किसी अश्विनी नाम के व्यक्ति का नंबर दिया।
अश्विनी से फोन पर बात होने पर उसने उन्हें मंडी में मिलने को बुलाया। जब वह वहां पहुंचा तो उस व्यक्ति ने शादी के खर्चे को लेकर डेढ़ लाख रुपये की मांग की। इसके बाद पीड़ित व्यक्ति ने 55 हजार रुपये नकद और 55 हजार रुपये उसके खाते में डाल दिए, लेकिन उसने लड़की से नहीं मिलवाया। उसने फोन पर ही लड़की का फोटो दिखाया और फोन पर लड़की की बात करवाई।
26 सितंबर को जब बारात लेकर नेरचौक गए तो वहां पर उन्हें कोई नहीं मिला। जब अश्विनी को फोन किया तो उसने बताया कि दुल्हन के पिता की मौत हो गई है और हम वापस आ गए। वहीं जब पीड़ित व्यक्ति ने अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपी व्यक्ति देने से आनाकानी करने लगा। पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि शादी की तैयारियों पर भी तीन लाख का खर्च आया है। घुमारवीं थाना ने धारा-420 के तहत मामला दर्ज कर लिया है तथा गहन छानबीन की जा रही है। डीएसपी अनिल ठाकुर ने मामले की पुष्टि की है।