शिमला, 26 अक्टूबर : पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए राजधानी शिमला में एक निजी होटल में वेस्ट बोतलों के ढक्कन से एक पूरी दीवार बनाई गई है। पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रयासरत कामत ग्रूप ऑफ होटल ने दावा किया है कि शिमला में उनके होटल ऑर्चिड में वेस्ट ढकनों से बनी ये दीवार एशिया की अपनी तरह की सबसे बड़ी दीवार है और इस दीवार में हिमाचल की संस्कृति का चित्रण किया गया है। 28 अक्टूबर को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर स्वयं इस दीवार का लोकार्पण करेंगे।
इस होटल ग्रुप के चेयरमैन डॉक्टर विथल वेंकटेश कामथ ने मंगलवार को शिमला में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि यह वेस्ट बोतलों के ढक्कन से तैयार की गई 15 फुट ऊंची और 275 फुट लंबी एक कलाकृति है।
इसके निर्माण में वेस्ट बोतलों के पांच लाख ढक्कनों का इस्तेमाल किया गया है। इसे बनाने में होटल के स्टाफ के अलावा शहर के आम लोगों और स्कूली बच्चों ने सहयोग किया है व वेस्ट कलेक्शन में बढ़चढ़ कर भाग लिया।
इसे बनाने का मकसद ग्रीन शिमला क्लीन शिमला के तहत युवा वर्ग में पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता बढ़ाने और आम जनमानस की व्यर्थ पदार्थों को कूड़ा कर्कट में फेंकने की आदत में बदलाव लाना है। उनका कहना है कि कामथ ग्रुप के होटलों में न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दिया जाता है, बल्कि व्यर्थ चीजों के दोबारा इस्तेमाल को लेकर भी हमेशा विभिन्न कार्यक्रम किए जाते है।
इसके तहत वेस्ट बोतलों, डिब्बों एवं प्लास्टिक पैकेट जैसी चीजों को इस्तेमाल किया जाता है। इससे पर्यावरण संरक्षण के साथ लोगों को रोजगार के अवसर भी मिल रहे हैं।
उन्होंने बताया कि वेस्ट यूज द्वारा बनाई गई ऐसी कलाकृतियों के जरिए भी लोगों में पर्यावरण को लेकर जागरूकता बढ़ती है। 28 अक्टूबर को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर इस दीवार का लोकार्पण करेंगे।