नाहन,24 अक्टूबर: वरिष्ठ लेखक प्रभात कुमार को हिंदी सेवा सम्मान को, ‘प्रभासाक्षी कॉम’ नई दिल्ली द्वारा‘हिन्दी सेवा सम्मान’ से नवाज़ा जा रहा है। देश के शुरुआती हिंदी समाचार पोर्टल द्वारा यह सम्मान अपनी बीसवीं वर्षगांठ के अवसर पर ‘विचार संगम कार्यक्रम’ में 26 अक्तूबर को दिया जाएगा।
देश भर से पच्चीस व्यक्तियों को ‘हिन्दी सेवा सम्मान’ के लिए चुना गया है, जिसमें संपादक, विषय विशेषज्ञ, वरिष्ठ लेखक व अध्यापक शामिल हैं। संतोष उत्सुक के नाम से भी लिखने वाले प्रभात कुमार ने पिछले कई वर्षों में ड्रिफ्टवुड पर वृहद लेखन के साथ- साथ व्यंग्य, कविता, संस्मरण, कहानी,टिप्पणी, रिपोर्ट आदि पर कलम चलाई है।
उनका एक कहानी संग्रह, ‘गुलाबी निवेदन’ और एक व्यंग्य संग्रह, ‘ऐसा देस है, मेरा’ छप चुका है। वे कई साल तक नाहन से छपने वाले ‘माहनामा अक्स’ के उप संपादक रह चुके हैं। भारतीय स्टेट बैंक से सेवानिवृत्ति प्रभात कुमार ने नाहन में अपने निवास, ‘गुलिस्तान ए साथी ’में ‘भारत का पहला रविवारी ड्रिफ्टवुड संग्रहालय’ स्थापित किया था। उन्हें उत्तरी भारत की चंडीगढ़ स्थित संस्था,द्वारा ड्रिफ्टवुड कृति के लिए, ‘आउट स्टैंडिंग एग्ज़िबिट’ का पुरस्कार भी मिल चुका है।‘
इंडिया पोस्ट’ द्वारा आयोजित ‘ढाई आखर पात्र लेखन प्रतियोगिता’ में वे दो बार राज्य स्तरीय प्रथम पुरस्कार जीत चुके हैं। कुछ पुरस्कार उन्होंने लेने से इंकार भी किया है। उनकी अब तक 1700 से अधिक सूचनाएं देश के प्रसिद्ध पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं। लेखन के प्रति यह उनकी लगन का ही परिणाम है कि वर्तमान में हर दूसरे दिन उनका व्यंग्य, संस्मरण, लेख या टिप्पणी कहीं न कहीं प्रकाशित हो रही है ।